जागरूकता बढ़ाइए, दिल मत दुखाइए
संवादसूत्र, गोंडा : ऐसी बातें या फिर ²श्य स्वच्छता गोष्ठियों में नहीं दिखाए जाएंगे, जिससे नकारात्
संवादसूत्र, गोंडा : ऐसी बातें या फिर ²श्य स्वच्छता गोष्ठियों में नहीं दिखाए जाएंगे, जिससे नकारात्मक विचार पैदा हो या फिर किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचे। गांवों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में विशेष सतर्कता बरती जाएगी। इसके लिए भारत सरकार के पत्र पर सभी जिलों के डीएम व सीडीओ को निर्देश जारी किए गए हैं।
गांवों को खुले में शौचमुक्त घोषित करने के लिए सरकार स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण का संचालन कर रही है। योजना के तहत जन जागरूकता के लिए जागरूकता गोष्ठी, नुक्कड़ नाटक, पपेटशो आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। खुले में शौच बंद कराने के लिए समुदाय आधारित संपूर्ण स्वच्छता विधा सीएलटीएस के तहत टीम पांच दिनों तक गांवों में कैंप करती है। भ्रमण के दौरान लोगों को जागरूक करने के लिए कई बार ऐसे शब्द या विचार दिए जाते हैं, जिससे लोगों के दिलों को ठेस पहुंचती है। नकारात्मक प्रभाव वाली गतिविधियों के संचालन से धार्मिक भावना को ठेस पहुंचने के साथ ही अन्य प्रभाव की आशंका बनी रहती है। भारत सरकार के ग्रामीण पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय ने गांवों को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान के तहत गांव में स्वच्छता संबंधी गोष्ठी व अन्य गतिविधियों को लेकर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। सभी जिलों के अधिकारियों को कहा गया है कि गतिविधियों में किसी भी तरह की नकारात्मक, अनुचित, असंवेदनशील या किसी भी समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाले कार्यक्रम न शामिल किया जाय। इसके अनुपालन की जिम्मेदारी डीएम व सीडीओ को सौंपी गई है।
इनसेट
स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आयोजित होने वाली गतिविधियों में नकारात्मक, अनुचित, असंवेदनशील या किसी भी समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाले शब्द, विषय या ²श्य को शामिल नहीं किया जाएगा। इसके लिए सभी बीडीओ को निर्देश जारी किए गए हैं।
-दिव्या मित्तल, सीडीओ गोंडा