¨जदगी से खेल रहे झोलाछाप, विभाग बना बेपरवाह
गोंडा: क्षेत्र में महिलाओं के इलाज की कमान महिला झोलाछाप डॉक्टरों ने संभाल रखी है। प्रसव कराने के ना
गोंडा: क्षेत्र में महिलाओं के इलाज की कमान महिला झोलाछाप डॉक्टरों ने संभाल रखी है। प्रसव कराने के नाम पर शोषण हो रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग ऐसी क्लीनिकों के संचालन से अंजान है। उसके पास क्षेत्र के झोलाछापों की सूची भी नहीं है।
मुजेहना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत धानेपुर, अलावल देवरिया, दतौली मार्ग, रामनगर, आन्नदनगर, याकूबगंज, बाबागंज आदि प्रमुख बाजारों में दर्जनों ऐसी क्लीनिक संचालित हैं। विभाग को गुमराह करने के लिए क्लीनिक पर सिर्फ मेज कुर्सी रखकर वह महिलाओं का इंतजार करती रहती हैं। वह महिलाओं से संबधित बीमारियों का इलाज करती हैं। वर्ष 2012 में स्वास्थ्य विभाग ने इन क्लीनिकों पर छापा मारा था। क्लीनिक संचालिका कई दिनों तक फरार रहीं। धीरे-धीरे अभियान बिना नतीजे के बंद कर दिया गया। एक वर्ष पूर्व ऐसे ही झोलाछाप कथित महिला डॉक्टर के इलाज से पांडेयपुर निवासी सोनी (20) पत्नी राजेंद्र की मौत हो चुकी है। बावजूद इसके कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जिससे इनके खिलाफ कोई कार्यवाही भी नहीं हो पाती है। सीएचसी अधीक्षक डॉ. महेंद्र पाल यादव ने बताया कि ऐसे क्लीनिकों को चिन्हित करने के लिए शीघ्र ही अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद कार्यवाही की जाएगी।