हुनर सीख स्वावलंबी बनेंगे बाल कैदी
गोंडा :कारागार में निरुद्ध बालकैदी भी स्वावलंबी बन सकेंगे। इसके लिए उन्हें कौशल विकास मिशन के जरिए प
गोंडा :कारागार में निरुद्ध बालकैदी भी स्वावलंबी बन सकेंगे। इसके लिए उन्हें कौशल विकास मिशन के जरिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण पर आने वाला खर्च विभाग उठाएगा। बालकैदी अपनी रुचि के अनुसार ट्रेडों का चयन करके प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए कौशल विकास मिशन के अधिकारियों को सर्वे की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
देवीपाटन मंडल के मुख्यालय स्थित राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर) में विधि विपरीत कार्य करने के आरोप में किशोर निरुद्ध हैं। शासन ने कारागार में निरुद्ध बाल कैदियों को स्वावलंबी बनाने के लिए सभी संबंधित जिलों के अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। जिसके तहत अधिकारी राजकीय संप्रेक्षण गृह में बाल कैदियों का सर्वे करेंगे। संबंधित से प्रशिक्षण के लिए उनके रुचि के बारे में जानकारी ली जाएगी। इसके बाद संप्रेक्षण गृह में प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद विभाग उन्हें प्रमाण पत्र भी उपलब्ध कराएगा। बाल कैदियों को हुनरमंद बनाने पर आने वाला पूरा खर्च विभागीय अधिकारी उठाएंगे। कौशल विकास मिशन के जिला समन्वयक प्रदीप मिश्र ने बताया कि प्रशिक्षण के लिए तैयारियां चल रही हैं।
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प्रशिक्षण के लिए निर्धारित ट्रेड
- कौशल विकास मिशन के जरिए निरुद्ध किशोरों को स्वावलंबी बनाने के लिए सॉफ्ट टायज, टेलरी, मोबाइल रिपे¨रग, सीएफएल रिपे¨रग, कंप्यूटर सिस्टम रिपे¨रग, सोलर सिस्टम के कलपुर्जे की रिपे¨रग, प्लंब¨रग आदि रोजगार परक ट्रेड चयनित किए गए हैं।
34 बाल कैदी निरुद्ध
-राजकीय संप्रेक्षण गृह किशोर में 34 बाल कैदी हैं। ये देवीपाटन मंडल के जिलों के रहने वाले हैं। सभी बाल कैदियों को उनकी रुचि के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाएगा। सर्वे करके अधिकारी रिपोर्ट कौशल विकास मिशन के अधिकारी को देंगे।
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राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर) में विधि विपरीत कार्य करने के आरोप में निरुद्ध बाल कैदियों को स्वावलंबी बनाने के लिए कौशल विकास मिशन के तहत निश्शुल्क प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। इसके लिए संबंधित अधिकारी को सर्वे करके प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
-दिव्या मित्तल, सीडीओ गोंडा