अस्पताल चाहिए, प्रस्ताव दीजिए, सुविधाएं लीजिए
गोंडा: स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने संबंधी सूबे की सरकार के फरमान पर अब स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी
गोंडा: स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने संबंधी सूबे की सरकार के फरमान पर अब स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। पहले चरण में उन इलाकों को जोड़ा जाना है, जहां पर आवश्यकता तो है लेकिन अस्पताल नहीं है। अब ऐसे इलाकों में अस्पताल खोलने की योजना बनाई गई है। इसके लिए प्रस्ताव मांगे गए हैं।
दैनिक जागरण ने 11 अप्रैल के अंक में कुपोषण से मासूम लड़ रहे जंग, दिखा रहे दम शीर्षक से स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का मामला उठाया था। जिसमें अस्पतालों की आपस में करीब 15 से 20 किमी की दूरी का हवाला दिया गया था। इससे मरीजों को होने वाली परेशानियों का जिक्र किया गया था। कई बार समय से मरीज के अस्पताल न पहुंच पाने के कारण उसकी जान पर बन जाती थी। इसके बाद सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं की समीक्षा कर सुधार का निर्देश दिया। सीएमओ डॉ. उमेश ¨सह यादव ने बताया कि जिले के विभिन्न इलाकों में नए सामुदायिक, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व उपकेंद्र खोले जाने के लिए विधायकों व जनप्रतिनिधियों से सुझाव करके प्रस्ताव उपलब्ध कराने के लिए सभी अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है। जिसमें स्थापना का प्रस्ताव व भूमि की उपलब्धता के बाबत रिपोर्ट देने को कहा गया है।
इन ¨बदुओं पर मांगी रिपोर्ट
- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए निश्शुल्क भूमि 2.5 एकड़ एवं एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से दूसरी सीएचसी की दूरी 10 किमी से कम न हो। यह अस्पताल एक लाख की आबादी को कबर करेगा।
- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए 1.25 एकड़ निश्शुल्क भूमि होनी चाहिए। एक पीएचसी की दूसरे पीएचसी के बीच कम से कम 6 किमी की दूरी से कम न हो। यह 30 हजार की आबादी पर स्थापित किया जाएगा।
- स्वास्थ्य उपकेंद्र के निश्शुल्क भूमि बीस मीटर गुणे 20 मीटर एवं 5 हजार की जनसंख्या को कवर करेगा।
एक नजर स्वास्थ्य सेवाओं पर
कुल सीएचसी - 16
कुल पीएचसी - 50
कुल उपकेंद्र - 322