बूथों तक नहीं पहुंची बिजली
गोंडा: 27 फरवरी को पांचवें चरण में जिले में विधान सभा चुनाव होना है। इसमें बूथ बनने वाले परिषदीय स्क
गोंडा: 27 फरवरी को पांचवें चरण में जिले में विधान सभा चुनाव होना है। इसमें बूथ बनने वाले परिषदीय स्कूलों में बिजली की रोशनी नहीं पहुंच पाई हैं। जबकि दिसंबर में ही इसके लिए 42.56 लाख धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है, विभाग अभी तक स्कूलों में विद्युतीकरण के लिए इस्टीमेट ही नहीं बनाया जा सका है। यहीं नहीं विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इतने रुपये में स्कूलों को रोशन नहीं किया जा सकेगा। ऐसे में चुनाव की तैयारियों पर सवाल उठाये जा रहे हैं। चुनाव कराने में लगे जिम्मेदारों की नजर सुस्त विद्युतीकरण प्रक्रिया पर नहीं जा रही है।
जिले में 31 सौ परिषदीय स्कूल संचालित हो रहे हैं। इन्हें चुनाव में बूथ बनाया जाना है। इसके लिए इन्हें बिजली पानी सहित अन्य सुविधाओं से लैस करना है। बेसिक शिक्षा विभाग ने बिजली महकमें को 612 परिषदीय स्कूलों का चयन करके वहां विद्युतीकरण कराने के लिए सूची दे दी है, लेकिन अभी तक इन स्कूलों को रोशन करने के लिए बिजली विभाग विद्यालयों का सर्वे कराकर उनका इस्टीमेट नहीं बना सके हैं। जिससे विद्युतीकरण पर सवाल उठाए जा रहे हैं। स्कूलों में बिजली पहुंचाने के लिए बिजली विभाग के अधिकारियों से लेकर प्रशासन तक कहीं पर भी तेजी नहीं दिखाई पड़ रही है। जबकि यह आयोग के प्राथमिकता वाले कार्यों में से है।
हमने दे दी सूची
इस संबंध में प्रभारी बीएसए अविनाश दीक्षित ने बताया कि 612 स्कूलों को बिजली पहुंचाने के लिए सूची दे दी गई। विभाग को 42.56 लाख की धनराशि आवंटित की जा चुकी है।
बोले जिम्मेदार
इस संबंध में अधिशासी अभियंता अशोक कुमार यादव का कहना है कि स्कूलों में विद्युतीकरण कराने के लिए सर्वे कराया जा रहा है। इसके लिए धनराशि बहुत कम है। करीब तीन सौ स्कूलों में ही रोशनी पहुंचाई जा सकेगी। जल्द ही विद्युतीकरण होने स्कूलों की सूची शिक्षा विभाग को दी जाएगी।