आरएफसी को गोदामों की दरकार !
गोंडा : विपणन विभाग को गोदाम खोजे नहीं मिल रहे हैं। गोदामों की निविदा निकालने के बाद भी अनाजों की क्
गोंडा : विपणन विभाग को गोदाम खोजे नहीं मिल रहे हैं। गोदामों की निविदा निकालने के बाद भी अनाजों की क्षमता के मुताबिक गोदाम नहीं मिल सके। पुराने गोदामों में अनाज रखकर कोटेदारों को वितरण कराए जाने का दावा किया जा रहा है। इससे अनाज चोरी व भीगने की आंशका बनी रहती है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो जितने बड़े गोदाम की उन्हें आवश्यकता है, उस हिसाब से गोदाम किसी के पास नहीं है। ऐसे में दिक्कतें पैदा हो गई है। पुराने गोदामों से किसी तरह से काम चलाया जा रहा है।
जिले में पांच लाख 73 राशनकार्डों के लिए प्रतिमाह करोड़ों रुपये के चावल, गेहूं व चीनी की उठान एफसीआइ से कराकर ब्लॉक गोदामों को पहुंचाया जाता है। आवश्यक वस्तु निगम ने जिन गोदामों को किराए पर लिया था, उन्हीं गोदामों में विपणन विभाग भी अनाज का भंडारण करवा रहा है। सूत्रों की मानें तो नवाबगंज, तरबगंज, परसपुर, कर्नलगंज, कटराबाजार, रुपईडीह, बभनजोत, झंझरी, पंडरी, इटियाथोक, मुजेहना व मनकापुर गोदामों पर खाद्यान्न माफियाओं का काकस है। उस काकस को तोड़ने में अफसर नाकाम साबित हो रहे हैं। इससे निजात पाने के लिए अफसर नए गोदामों की खोज में जुट गए हैं। एक अफसर की मानें तो छपिया व नवाबगंज समेत चार ब्लॉक गोदामों के लिए आवेदन मिले हैं। जिनमें नवाबगंज के एक सफेदपोश का भी आवेदन शामिल है। कुछ लोग तो विभाग के चक्कर लगा रहे है कि थोड़ा समय दीजिए क्षमता के हिसाब से नया गोदाम बनवा देंगे। लेकिन अफसर उसे आश्वासन नहीं दे पा रहे हैं। जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी अजय विक्रम ¨सह ने बताया कि नए गोदामों को किराए पर लेने की प्रक्रिया हो रही है। चार ब्लॉकों से नए गोदामों के आवेदन मिल चुके हैं। 12 ब्लॉकों में गोदाम किराए पर नहीं मिल पा रहे हैं। प्रस्ताव अधिकारियों को भेजे जाएंगे। इसके बाद गोदामों को किराए पर लिया जा सकेगा।