बिजली ने बढ़ाई किसानों की मुश्किलें
गोंडा: बालपुर बाजार बिजली उपकेंद्र अंतर्गत सैकड़ों गांवों में बिना शेड्यूल के बिजली आपूर्ति हो रही है
गोंडा: बालपुर बाजार बिजली उपकेंद्र अंतर्गत सैकड़ों गांवों में बिना शेड्यूल के बिजली आपूर्ति हो रही है। जिससे खासकर खेतों की ¨सचाई नहीं हो पा रही है। इससे जहां लोग गर्मी से परेशान हैं, वहीं नलकूप ठप होने से फसलों पर प्रभाव पड़ रहा है।
बालपुर कस्बा सहित गांवों में बालपुर उपकेंद्र से बिजली दी जाती है, लेकिन यहां कोई टाइम-टेबल निर्धारित नहीं है। कभी दिन में 12 बजे तो कभी दो तो कभी चार बजे आपूर्ति की जाती है। इसी तरह रात में कभी आठ बजे तो कभी 11 बजे बिजली आती है। लोग दिन व रात में ¨सचाई करने के लिए नलकूपों पर बिजली के इंतजार में बैठे रहते हैं। लेकिन कभी बिजली आती नहीं और जब आती है तो दो-तीन घंटों बाद ही चली जाती है। जिससे ¨सचाई भी नहीं हो पाती और लोग रतजगा करने को विवश हैं। उधर गर्मी के कारण भी लोग परेशान रहते हैं। रात में बिजली न रहने से लोग घर की छत व बाहर घूमते रहते हैं। दूसरी तरफ बिजली से चलने वाली चक्की सहित अन्य उद्योगों पर भी प्रभाव पड़ रहा है। डॉ. एके ¨सह का कहना है कि रात में सोने के बाद बिजली आती है और सुबह उठने से पहले ही चली जाती है। क्षेत्र में बिजली आपूर्ति का समय निर्धारित नहीं है। सुशील मिश्र ने कहा कि धान की फसल को पानी की जरूरत है। खेत सूख गए हैं। उसमें दरार आने लगी है, लेकिन बिजली न आने से बिजली मोटर शोपीस बनकर रह गए हैं। कौशल किशोर ओझा का कहना है कि क्षेत्र में 24 घंटे में बमुश्किल से पांच से सात घंटे ही सप्लाई होती है। लेकिन विभागीय लोगों पर कोई फर्क नहीं पड़ता। उपकेंद्र पर फोन करने पर वह उठता नहीं। अटल मिश्र ने कहा कि विभाग की लापरवाही से व्यवसाय पर असर पड़ रहा है। जिससे आर्थिक व मानसिक परेशानी उठानी पड़ रही है। इस संबंध में अवर अभियंता शहाबुद्दीन ने बताया कि 33 हजार की लाइन में फाल्ट आने से परेशानी बढ़ी है। एसडीओ कर्नलगंज एसके साहू ने बताया कि लाइन में फाल्ट सही हो रहा है। दो दिन में समस्या हल हो जाएगी।