घाघरा में समाया पुराने तटबंध का पांच मीटर स्पर
गोंडा: कटान की जद में आने से पुराने तटबंध का पांच मीटर स्पर घाघरा नदी में समा गया। बाढ़ कार्यखंड के
गोंडा: कटान की जद में आने से पुराने तटबंध का पांच मीटर स्पर घाघरा नदी में समा गया। बाढ़ कार्यखंड के अधिकारी तटबंध को बचाने की कवायद मे जुटे है। एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। घाघरा नदी में 3.20 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है। बुधवार को सुबह घाघरा व सरयू नदी के जलस्तर में गिरावट शुरू हो गई। दोपहर बाद अयोध्या में सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे पहुंच गया। कर्नलगंज संवादसूत्र के अनुसार दोपहर बाद मशीना लगने से पुराने तटबंध के कटवन का पांच मीटर नोज घाघरा नदी में बह गया। जिससे अधिकारियों की बेचैनियां बढ़ गई। बाढ़ कार्यखंड के अधिकारी एल्गिन चरसड़ी तटबंध को बचाने की कवायद में जुटे हुए हैं। दोपहर बाद दोनों नदियों के जलस्तर में इजाफा शुरू हो गया। शाम छह बजे एल्गिन ब्रिज पर घाघरा खतरे के निशान से 49 सेमी. ऊपर पहुंच गई है। जबकि अयोध्या में सरयू खतरे के निशान से महज 3 सेमी. नीचे है। तरबगंज व कर्नलगंज तहसील के सात गांवों में आवागमन के लिए 11 नावें लगाई गई हैं। जेई बाढ़ कार्यखंड ने बताया कि घाघरा नदी में 3.20 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हो रहा है। परसपुर संवादसूत्र के अनुसार जलस्तर कम होने से कटान तेज हो गई है, जिससे किसानों की फसलें नदी में समा गई है।
बुधवार को नदियों का जलस्तर
नदी खतरे का निशान जलस्तर
घाघरा 106.07 106.55
सरयू 92.73 92.70
आवागमन के लिए लगाई गई नावें-11
नोट: यह आंकड़े शाम 6 बजे तक के हैं, जलस्तर मीटर में है।