पुरानी ईटों से हो रहा निर्माण, अफसरों को नहीं परवाह
गोंडा : पुरानी ईंटों से ट्रांसफार्मरों को रखने के लिए फाउंडेशन व नालियों का निर्माण कराया जा रहा है।
गोंडा : पुरानी ईंटों से ट्रांसफार्मरों को रखने के लिए फाउंडेशन व नालियों का निर्माण कराया जा रहा है। विभागीय अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी अंजान बने हुए हैं। इससे उसकी गुणवत्ता पर अंगुलियां उठने लगी हैं।
कर्नलगंज क्षेत्र में बिजली की समस्या को देखते हुए नये उपकेंद्र का निर्माण कराया गया। 132 केवीए के पावर प्लांट की स्थापना कराने के लिए शासन से धन अवमुक्त हुआ। जहां पावर प्लांट का निर्माण किया जा रहा है वहां पर बिजली विभाग के कर्मचारियों के आवास व कालोनी थी। जिसे कार्यदायी संस्था द्वारा तोड़ दिया गया था। प्लांट में ट्रांसफार्मर व केबिल को बिछाने के लिए फाउंडेशन व केबिल के लिए नालियों का निर्माण हो रहा है। उसमें पुरानी ईंटों को साफ करके लगाया जा रहा है। जिसे बनाने के बाद प्लास्टर कराकर ढक दिया जाता है। जबकि प्लांट के बगल में ही दो-दो बिजली उपकेंद्र हैं। अधिकारियों की आंख के नीचे खेल हो रहा है। लेकिन इस अनियमितता की तरफ अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे उसकी गुणवत्ता पर अंगुलियां उठने लगी हैं। एसडीओ एसके साहू ने बताया कि पावर प्लांट के निर्माण से उनका कोई लेना देना नहीं है। उसके लिए विभाग ने अलग से जेई नामित कर रखा है। पावर प्लांट निर्माण के जेई अजय कुमार ने बताया कि सिविल वर्क उनके कार्य क्षेत्र में नहीं है। सिविल के लिए दूसरे अधिकारी नामित हैं।