..तो जिविनि दफ्तर की मौन स्वीकृति से चल रहा को¨चगों का धंधा
गोंडा: इसे अफसरों की मेहरबानी कहें या फिर कुछ और, शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक में भले ही को¨चगों
गोंडा: इसे अफसरों की मेहरबानी कहें या फिर कुछ और, शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक में भले ही को¨चगों की भरमार हो लेकिन जिम्मेदार जांच करने की आवश्यकता तक नहीं महसूस कर रहे हैं। हालांकि अब को¨चग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर छात्र एकजुट होने लगे हैं। इस मुद्दे पर रणनीति तय करने के लिए सोमवार को छात्र संघर्ष समिति की बैठक बुलाई गई है।
विभागीय सूत्रों की मानें तो हर साल जुलाई माह में को¨चग सेंटरों का रजिस्ट्रेशन होता है। इनके रजिस्ट्रेशन के लिए एक निर्धारित प्रक्रिया है। इसके तहत फीस जमा करने के बाद आवेदन करना होता है। जिसकी जांच के बाद पंजीकरण किया जाता है। वैसे आंकड़ों पर नजर डालें तो जिले में इन दिनों 108 को¨चग पंजीकृत है। जबकि इससे इतर शहर में को¨चग सेंटरों की भरमार है। कई नामी गिरामी स्कूलों के शिक्षक को¨चग चला रहे हैं, उन्होंने को¨चगों का रजिस्ट्रेशन तक कराना उचित नहीं समझा। एक सीबीएसई स्कूल के प्रबंधतंत्र से जुड़े लोगों की मानें तो उनके यहां के एक शिक्षक ने तो बाकायदा को¨चग का रजिस्ट्रेशन तक करा डाला है। सिविल लाइन क्षेत्र में स्थित एक स्कूल के करीब 12 शिक्षक को¨चग खोले हुए हैं। इनमें से अधिकांश अपने घरों पर ही कक्षाएं चला रहे हैं। जानकारों की मानें तो जिले में 250 से अधिक को¨चग चलने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी मौन है। पिछले शैक्षिक सत्र में एक बार भी अधिकारियों ने किसी भी को¨चग के बारे में जानकारी तक करने की आवश्यकता नहीं महसूस की। यही नहीं कई संचालकों ने को¨चग के नाम पर पंजीकरण कराकर स्कूल चला रहे हैं। ऐसा नहीं है कि अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है लेकिन वह सब कुछ जानते हुए भी मौन है।
आज तय होगी रणनीति
- छात्र संघर्ष समिति के अध्यक्ष शुभम अवस्थी का कहना है कि को¨चग सेंटरों के खिलाफ रणनीति तय करने के लिए सोमवार को गांधी पार्क में छात्रों की बैठक बुलाई गई है। जिसमें को¨चग सेंटरों की मनमानी को रोकने के लिए आवश्यक रणनीति तैयार की जाएगी। छात्र नेता अमित पांडेय का कहना है कि को¨चग सेंटरों को लेकर सोमवार को अधिकारियों से मुलाकात की जाएगी।
हो कार्रवाई
- उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ चेतनरायन गुट के जिलाध्यक्ष राजेश पांडेय का कहना है कि बिना पंजीकरण के चल रहे को¨चग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई की जाय। जिससे छात्रों का शोषण न हो सके।
जिम्मेदार के बोल
- देवीपाटन मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक उदयराज यादव का कहना है कि बिना पंजीकरण के चल रही को¨चगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए डीआइओएस से बात की जा रही है। उनसे यह भी रिपोर्ट मांगी जा रही है कि कौन-कौन को¨चग रजिस्टर्ड है। इसके अलावा कई अन्य ¨बदुओं पर जानकारी मांगी जा रही है।