प्याज का करिए भंडारण, महफूज रहेगी पूंजी
गोंडा: अगर आप प्याज की खेती कर रहे हैं तो फसल तैयार करने के बाद भंडारण की समस्या नहीं सताएगी। उद्यान
गोंडा: अगर आप प्याज की खेती कर रहे हैं तो फसल तैयार करने के बाद भंडारण की समस्या नहीं सताएगी। उद्यान विभाग प्याज भंडार गृह के निर्माण के लिए आर्थिक मदद उपलब्ध कराएगा। इच्छुक किसान
जिला उद्यान अधिकारी के कार्यालय में आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं। गांवों में किसान नकदी फसल के रूप में प्याज की खेती करते हैं। प्याज तैयार होने के बाद सबसे बड़ी समस्या भंडारण को लेकर रहती है। उचित भंडारण की व्यवस्था न होने से घरों के कमरे रखे प्याज सड़ जाते हैं, किसानों को मुनाफा के साथ ही पूंजी भी गंवानी पड़ती है। किसानों को राहत देने के लिए उद्यान विभाग प्याज भंडार गृह की स्थापना पर आर्थिक मदद उपलब्ध करा रहा है। एक बीघे के क्षेत्रफल में किसान बांस की पटरियों का भंडार गृह बना सकते हैं, जिसकी स्थापना 2
लाख रुपये खर्च होंगे। विभाग बैंक से ऋण दिलाने के साथ ही एक लाख रुपये का अनुदान उपलब्ध कराएगा। इच्छुक किसान आवेदन पत्र जिला उद्यान अधिकारी के कार्यालय में जमा कर सकते हैं, इसके बाद शासन ने सब्सिडी की मांग की जाएगी।
क्या है पात्रता- किसान के पास स्वंय की जमीन हो, इसके साथ ही वह सब्जियों की खेती करता हो। पैक हाऊस की स्थापना के लिए किसान को खतौनी, पहचान पत्र व शपथ पत्र के साथ आवेदन पत्र जमा करना होगा।
राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत प्याज भंडार गृह की स्थापना पर सब्सिडी दी जाती है, इच्छुक किसान आवेदन पत्र कार्यालय में जमा कर सकते हैं।''
-आरके पाल, जिला उद्यान अधिकारी गोंडा