Move to Jagran APP

परवाह नहीं हमारी, राह चलने में हैं दुश्वारी

गोंडा : परसपुर से पसका जाने वाले मार्ग पर जगह-जगह गहरे गड्ढे हो चुके हैं। नुकीले पत्थरों व गहरे गड्ढ

By Edited By: Published: Sun, 04 Oct 2015 12:06 AM (IST)Updated: Sun, 04 Oct 2015 12:06 AM (IST)
परवाह नहीं हमारी, राह चलने में हैं दुश्वारी

गोंडा : परसपुर से पसका जाने वाले मार्ग पर जगह-जगह गहरे गड्ढे हो चुके हैं। नुकीले पत्थरों व गहरे गड्ढों ने राहगीरों की राह दुश्वार कर दी है। प्रतिदिन पांच हजार लोग उक्त मार्ग से आवागमन करते हैं। आए दिन लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। लेकिन जनप्रतिनिधि व अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं। खामियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है। वाहन चालक भी वाहन ले जाने में आनाकानी कर रहे हैं। इससे समस्या और भी गंभीर हो गई है।

loksabha election banner

जिन्हें उठानी थी आवाज, वह सो रहे जनाब

-राघवेंद्र प्रताप ¨सह का कहना है कि चुनाव आते ही जनप्रतिनिधियों को क्षेत्र की समस्याएं याद आने लगती है। लेकिन चुनाव खत्म होते ही वह समस्याएं भूल जाते हैं। क्षेत्र में कदम रखना भी वह मुनासिब नहीं समझते हैं। पसका क्षेत्र ऐतिहासिक है। यहां दूरदराज के लोगों का आवागमन होता है। बावजूद इसके समस्याओं का निराकरण नहीं हो पा रहा है। जनप्रतिनिधि सड़क की मरम्मत कराने की तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं। इससे लोगों की राह दुश्वार हो गई है। प्रशासनिक अधिकारियों को जनता की पीड़ा को ध्यान में रखते हुए सड़क की मरम्मत तत्काल करवानी चाहिए ताकि उन लोगों की राह सुगम हो सके।

-उदयवीर ¨सह का कहना है कि परसपुर धौरहरा बांध से पसका की दूरी करीब तीन किलोमीटर है। लेकिन रास्ते में एक भी पुल नहीं बना है। पांच डिप बने हुए है। इससे लोगों को आवागमन में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। बैंक, पुलिस चौकी व अस्पताल होने के कारण लोगों को टूटी फूटी सड़क पर चलकर पहुंचते हैं जिनकी राह दुश्कर होती है।

-उमेश्वर प्रताप ¨सह का कहना है कि पूरे तिवारी, दुरौनी, बनुआ, सकरौर, चंदापुर किटौली, मरचौर, पूरे लाली, नंदौर ग्राम पंचायतों के करीब पांच हजार से अधिक लोगों का प्रतिदिन आवागमन होता है। तीन किलोमीटर की दूरी तक मार्ग में तीन हजार से अधिक गहरे गड़ढे हो चुके हैं। आए दिन राहगीर दुर्घटना में चोटिल हो रहे हैं। लेकिन अधिकारियों के कानों तक आवाज नहीं पहुंच पा रही है।

-नंद कुमार पाठक का कहना है कि संगम स्थल, भगवान वाराह व नरहरिदास तपोस्थली होने के चलते यहां पौष पूर्णिमा को पसका में हजारों श्रद्धालुओं का जमावड़ा होता है। सैकड़ों बच्चे शिक्षाग्रहण करने परसपुर तक जाते हैं। बावजूद इसके सड़क की मरम्मत नहीं करवाई जा रही है। जनप्रतिनिधि पूरी तरह से मौन है। इससे लोगों की राह दुश्वार हो गई है।

क्या कहते हैं जिम्मेदार

लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के एक्सईएन व नोडल अधिकारी एससी वर्मा का कहना है कि परसपुर से पसका मार्ग की मरम्मत कराई जाएगी। संबंधित अवर अभियंता से जानकारी ली जा रही है। यदि मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए है तो उसे भरवाया जाएगा। राहगीरों को दिक्कतें नहीं होने दी जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.