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बंद रहा अस्पताल, लौट गए पशुपालक

गोंडा: दोपहर तक कार्य दिवस होने के बावजूद रविवार को चिकित्सालय में ताला लटकता पाया गया। इससे इलाज कर

By Edited By: Published: Mon, 31 Aug 2015 12:22 AM (IST)Updated: Mon, 31 Aug 2015 12:22 AM (IST)

गोंडा: दोपहर तक कार्य दिवस होने के बावजूद रविवार को चिकित्सालय में ताला लटकता पाया गया। इससे इलाज कराने आये आधा दर्जन पशुपालकों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा।

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मामला ब्लॉक रुपईडीह मुख्यालय पर स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय का है। विभागीय निर्देश के मुताबिक रविवार के दिन भी सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक चिकित्सालय खोला जाना चाहिए। जिससे क्षेत्र के पशुपालकों का उपचार कराने में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न उठानी पड़े, लेकिन इस चिकित्सालय का नजारा रविवार को अलग दिखा। भैंस का उपचार कराने आये ग्राम डुडवा पिपरा चौबे निवासी दूलम चतुर्वेदी ने बताया कि उनकी भैंस का आपरेशन एक सप्ताह पहले चिकित्सा कर्मियों द्वारा किया गया था। आज उसकी पट्टी बदली जानी थी, लेकिन चिकित्सालय बंद होने से उपचार नहीं हो सका। गौसिहा गुर्जीगंज गांव निवासी राम नरेश ने बताया कि उनके बैल के पैर में जुताई के दौरान लोहे का फाल लग गया था। जिसके इलाज के लिए वह चिकित्सालय आया था। भैरमपुर गांव निवासी सत्यदेव तिवारी व टडवा गुलाम निवासी हजारीलाल ने बताया कि वह गाय का कृत्रिम गर्भाधान कराने के लिए अस्पताल आये थे। अस्पताल में कोई कर्मचारी उपस्थित नहीं मिला, जबकि रविवार को भी सुबह आठ बजे से दोपहर तक अस्पताल खुला रहने की जानकारी उन्हें मिली थी। इस प्रकार से सभी पशुपालक बिना उपचार कराये बैरंग वापस लौट गये। इस बारे में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. आरपी यादव ने बताया कि अस्पताल में चिकित्साधिकारी की तैनाती न होने के कारण दिक्कतें आ रही हैं। फिर भी चिकित्सालय की व्यवस्था को सुधारने का शीघ्र ही प्रयास किया जायेगा।


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