रंगे हाथों घूस लेते धरा गया लेखपाल
गोंडा: गुरुवार को फैजाबाद व गोरखपुर की विजिलेंस टीम ने मनकापुर तहसील के एक लेखपाल को पांच हजार रुपये
गोंडा: गुरुवार को फैजाबाद व गोरखपुर की विजिलेंस टीम ने मनकापुर तहसील के एक लेखपाल को पांच हजार रुपये घूस लेते हुए दबोच लिया। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
मामला मनकापुर तहसील के ग्राम दौलतपुर माफी का है। यहां के निवासी अब्दुल कलाम ने विजिलेंस लखनऊ
के अपर पुलिस अधीक्षक के पास दौलतपुरमाफी में तैनात लेखपाल जंग बहादुर ओझा पर वरासत के नाम पर
सात हजार रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। अब्दुल कलाम के मुताबिक
तहसीलदार मनकापुर ने वरासत दर्ज करने के लिए 25 जुलाई 2015 को आदेश जारी किये थे। जिसपर लेखपाल
ने वरासत दर्ज करके किसान बही व खसरे की नकल देने के लिए रुपये मांगे थे। जिसपर अपर पुलिस अधीक्षक ने फैजाबाद व गोरखपुर की संयुक्त टीम गठित की थी। गुरुवार को फैजाबाद विजिलेंस टीम के इंस्पेक्टर सुंदर सिहं सोलंकी व गोरखपुर टीम के इंस्पेक्टर अशोक कुमार तिवारी ने दौलतपुर बाजार में एक पीपल के पेड़ के नीचे पांच हजार रुपये की घूस लेते हुए दबोच लिया। थानाध्यक्ष छपिया आलोक दूबे ने बताया कि लेखपाल
के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
60 दिन में विजिलेंस की दूसरी कामयाबी
-जिले में घूसखोरी कितने चरम पर है। इसका अंदाजा लगाने के लिए विजिलेंस टीम की कार्रवाई काफी है। 60 दिनों के भीतर ये दूसरा मौका है जब किसी सरकारी कर्मी को घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया है। इससे पहले एक जून को हलधरमऊ ब्लाक में तैनात खंड विकास अधिकारी एमपी प्रबल को विजिलेंस टीम ने 20 हजार रुपये की घूस लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा था।