पुलिस की पिटाई से दलित की मौत
गोंडा : थाना क्षेत्र के सुकरौलिया गांव में पुलिस की पिटाई से एक दलित युवक की मौत का मामला प्रकाश में
गोंडा : थाना क्षेत्र के सुकरौलिया गांव में पुलिस की पिटाई से एक दलित युवक की मौत का मामला प्रकाश में आया है। घटना की खबर फैलने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश भड़क गया। चार घंटे तक रोड जाम रहा। यही नहीं, भाजपा व सपा समर्थकों में नोकझोक भी हुई। इस मामले में एक दारोगा व दो सिपाहियों के खिलाफ हत्या, लूट समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
सुकरौलिया निवासी केवला देवी का कहना है कि 15 जुलाई को उसका पति रामवचन सोनकर (32) पुत्र हरीराम रेहारी गांव में अपने खेत पर गया था। वापस आते वक्त धानेपुर थाने के दारोगा रवींद्र यादव, सिपाही रामरोशन कनौजिया व राममिलन यादव ने उसे रास्ते में रोक लिया। पुलिस कर्मियों ने अवैध शराब का कारोबार करने की बात कह महीना (घूस) मांगा। इसे न देने पर तीनों ने रामवचन को जाति सूचक गालियां देते हुए बुरी तरह पीटा। यही नहीं, जेब में रखे 1500 रुपये लूटने का भी आरोप है। घायलावस्था में रामवचन घर पहुंचा और पूरी दास्तान बताई। परिजनों ने उसे इलाज के लिए धानेपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। गुरुवार देर रात उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना ग्रामीणों को मिली तो पुलिस के खिलाफ आक्रोश भड़क गया। इसके बाद ग्रामीणों ने इंदिरानगर तिराहे के पास गोंडा-उतरौला रोड पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। रोड करीब चार घंटे तक जाम रही। इस दौरान भाजपा और सपा के कार्यकर्ताओं में भी नोकझोक व नारेबाजी हुई। घटना के बाद एएसपी आरके ¨सह, एसडीएम सदर नरेंद्र ¨सह, सीओ नगर अखंड प्रताप ¨सह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया, उसके बाद जाम खुला।
पुलिस कर्मी लाइन हाजिर : एसपी आरपीएस यादव ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गई है। यही नहीं, आरोपित पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है। उनके निलंबन की कार्रवाई की जाएगी। यही नहीं, धारा 144 लागू होने के बावजूद जाम लगाने वालों पर भी हमारी नजर है।