'फुटपाथ' पर समस्याओं की 'प्रदर्शनी'
गोंडा : पैसा कमाने की भूख में लोग इस कदर अंधे हो चुके हैं कि उन्हें पैदल चलने वाले लोगों के कष्ट के
गोंडा : पैसा कमाने की भूख में लोग इस कदर अंधे हो चुके हैं कि उन्हें पैदल चलने वाले लोगों के कष्ट के बारे में तनिक भी परवाह नहीं रह गई है। गुड्डूमल चौराहे से दु:खहरन नाथ मंदिर तक जाने वाले मार्ग के दोनों तरफ फुटपाथ पर दुकानदार अपनी दुकानों का सामान निकाल कर रख लेते हैं। इससे कॉलेज की छात्राओं, महिलाओं, बुजुर्गों व विकलांगों को पैदल चलने में दिक्कतें हो रही है। उक्त मार्ग से प्रतिदिन दो से ढाई हजार लोगों का आवागमन होता है। बावजूद इसके अधिकारी फुटपाथ पर हुए अतिक्रमण को हटवाने के लिए गंभीर नहीं हैं।
जाके पैर न जाएं बेवाई सो का ना जाने पीर पराई
-आशीष ¨सह का कहना है कि जिन लोगों ने फुटपाथ पर अतिक्रमण कर लिया है। वह और उनके आश्रित लोग भी उक्त मार्ग पर पैदल चलते होंगे। क्या उन्हें पैदल चलने में हो रही दिक्कतों के बारे में अहसास नहीं हैं। लेकिन पैसे कमाने की भूख ने उन लोगों को अंधा बना दिया है। इससे उनके परिजनों को सड़क पर ही होकर बाजार व अन्य कार्यों के लिए चलना पड़ रहा है। प्रशासन को चाहिए कि फुटपाथ पर कब्जा करने वालों पर सख्ती से कार्रवाई करे ताकि इसका संदेश दूर-दूर तक जाए और लोग अपने आप फुटपाथ से अतिक्रमण हटा लें।
-विनीत शुक्ल का कहना है कि दु:खहरन के नाथ को जाने वाले मार्ग पर महिला डिग्री कॉलेज, बच्चों के स्कूल, निजी अस्पताल व कई प्रतिष्ठान खुले हुए हैं। महिलाएं पैदल ही घरेलू सामान खरीदने के लिए निकलती है। लेकिन उन्हें पैदल चलने के लिए जगह नहीं बची हैं। तीन मीटर चौड़ी सड़क अब सिमट कर ढाई मीटर ही बची है। उस पर बने फुटपाथ पर दुकानदार सुबह ही अपनी दुकानों का सामान निकाल कर फुटपाथ पर रख देते हैं। इससे छात्राओं व बच्चों को पैदल चलने में परेशानी होती है।
-जाहिद का कहना है कि उक्त मार्ग पर मस्जिद है। मस्जिद पर नमाज पढ़ने के लिए अधिकांश लोग पैदल ही आते हैं। इनमें अधिकांश बुजुर्ग होते हैं जो छड़ी हाथ में लेकर आते हैं। लेकिन फुटपाथ बचा न होने के कारण वह लोग सड़क के बीचोबीच चलते हैं। इससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। प्रशासन को उक्त मार्ग से अतिक्रमण हटवाना चाहिए ताकि लोगों को दिक्कतों से निजात मिल सके।
यहां है अतिक्रमण
-गुड्डूमल चौराहे
-निजी प्रतिष्ठान के सामने
-मस्जिद के अगल-बगल
-कोतवाली के पीछे
-दु:खहरन नाथ मंदिर से पहले
क्या कहते हैं जिम्मेदार
सिटी मजिस्ट्रेट एके शुक्ल का कहना है कि उक्त मार्ग से अतिक्रमण हटवाया जाएगा। नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी से वार्ता की गई है। ईद से पहले उक्त मार्ग की सफाई व्यवस्था दुरूस्त कर ली जाएगी। साथ ही साथ फुटपाथ को भी खाली कराया जाएगा।