न्यायालय में अर्जी दाखिल नहीं कर पाई पुलिस
गोंडा : व्यापारी आकाश अग्रवाल के साथ बदसलूकी के मामले की आडियो क्लिप की फॉरेंसिक जांच के लिए पुलिस म
गोंडा : व्यापारी आकाश अग्रवाल के साथ बदसलूकी के मामले की आडियो क्लिप की फॉरेंसिक जांच के लिए पुलिस मंगलवार को न्यायालय में अर्जी दाखिल नहीं कर पाई। सूत्रों की मानें तो विवेचक अभी तक इस मामले में कागजी औपचारिकताओं को ही पूरा नहीं कर पाएं हैं। ऐसे में फॉरेंसिक जांच का मामला फिलहाल अभी लटका है। एसपी राजेश पांडेय का कहना है कि पुलिस विवेचना के प्रति गंभीर है। जल्द अर्जी दाखिल की जाएगी।
उधर, दूसरी तरफ पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत आइजी नागरिक सुरक्षा व सामाजिक कार्यकर्ता अमिताभ ठाकुर व उनकी पत्नी नूतन ठाकुर की अगुवाई में एक दल गोंडा आया। सबसे पहले इन्होंने व्यापारी की दुकान पर जाकर आकाश और उसके पिता से बातचीत की। इसके बाद एक मांग पत्र एसपी को सौंपा। उन्होंने बताया कि वह निजी दौरे पर गोंडा आए हैं। वह अपनी राय प्रमुख सचिव गृह व मुख्यमंत्री को देने का प्रयास करेंगे।
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'मंत्रीजी की है आवाज'
अमिताभ ठाकुर बातचीत के दौरान कहा कि वह यहां पूर्व में बतौर एसपी तैनात रह चुके हैं। आडियो क्लिप सुनकर प्रथम ²ष्टया उन्हें भी यही लगता है कि आवाज मंत्रीजी की है। फिर भी पुष्टि के लिए फॉरेंसिक जांच जरूरी है। उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि बगैर जांच और पर्याप्त साक्ष्य के किसी को जेल भेज देना उचित प्रतीत नहीं होता है।
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मुझ पर की अपमानजनक टिप्पणी
सांसद बृजभूषण शरण ¨सह ने कहा है कि आकाश को गाली देते वक्त मेरे ऊपर भी अपमानजनक टिप्पणी की गई है। उप्र सरकार कुछ करे या न करे, मैंने इसकी जांच के लिए लोकसभा अध्यक्ष, प्रधानमंत्री व गृहमंत्री को शिकायत भेजी है। सांसद ने कहा कि वह राज्यमंत्री पंडित ¨सह के खिलाफ मानहानि का मुकदमा उच्च न्यायालय में दायर करेंगे।
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तो सीबीआइ जांच करा लें : प्रतिनिधि
राज्यमंत्री के प्रतिनिधि शिवसंपत ¨सह ने कहा है कि गालीगलौज व मारपीट के बहुत से मुकदमे दर्ज होते रहते हैं मगर कितने मामलों में सांसद कैसरगंज ने रुचि दिखाई। आरोप लगाया कि वह सिर्फ राज्यमंत्री के खिलाफ षडयंत्र रचने में तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा, रोज रोज के विवाद से अच्छा है कि वह सीबीआइ जांच करा लें, हम उसके लिए तैयार हैं।