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कुदरत का कहर, राहत की उम्मीदें 'मान-सून'

गोंडा: कुदरत के सितम ढ़ाने के बाद अब किसानों के राहत की उम्मीदें भी काफूर हो गई हैं। प्रशासन के सर्

By Edited By: Published: Tue, 21 Apr 2015 10:54 PM (IST)Updated: Tue, 21 Apr 2015 10:54 PM (IST)
कुदरत का कहर, राहत की उम्मीदें 'मान-सून'

गोंडा: कुदरत के सितम ढ़ाने के बाद अब किसानों के राहत की उम्मीदें भी काफूर हो गई हैं। प्रशासन के सर्वे में 33 फीसदी से म नुकसान होने के कारण देवीपाटन मंडल के बलरामपुर व श्रावस्ती जिले के किसानों को मुआवजे के रूप में फूटी कौड़ी भी नहीं मिलेगी, जबकि बहराइच व गोंडा जिले के 9614 किसानों को थोड़ी राहत मिलेगी। मंडल में 7.19 लाख हेक्टेयर में रबी की बुवाई हुई थी। जिला प्रशासन के सर्वे में गोंडा जिले में 100 हेक्टेयर व बहराइच जिले में 22361 हेक्टेयर फसल को 33 फीसदी से अधिक नुकसान होने का आंकलन किया गया है। गोंडा जिले के 489 किसानों के लिए 15.15 लाख व बहराइच के 9125 किसानों को राहत मुहैया कराने के लिए 2.01 करोड़ रुपये की डिमांड शासन से की गई है। बलरामपुर व श्रावस्ती में एक भी पैसे की डिमांड नहीं की गई है। जिससे किसानों के राहत की उम्मीदें धंधुली हो गई है। देवीपाटन मंडल में 14.38 लाख किसान हैं, जिसमें से 10.66 लाख किसानों से बैंकों से केसीसी पर ऋण लेकर रबी की बुवाई की थी।

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मंडल में बोई गई रबी की फसल पर एक नजर

फसल क्षेत्रफल

गेहूं 480859

मसूर 145898

जौ 1404

मक्का 1547

चना 1209

मटर 6561

तोरिया 43119

राई/सरसो 39020

अलसी 199

योग: 719816

नोट: ये आंकड़े देवीपाटन मंडल के संकलित हैं, क्षेत्रफल हेक्टेयर में है।

देवीपाटन मंडल के गोंडा व बहराइच में 33 फीसदी से अधिक नुकसान फसलों को होने की रिपोर्ट मिली है। जिला प्रशासन द्वारा राहत के लिए बजट की मांग की गई है, हालांकि बलरामपुर व श्रावस्ती में निर्धारित मानक से कम नुकसान होने का आकलन होने से बजट की मांग अभी तक नहीं हो सकी है। ''

-रवि प्रकाश अरोड़ा, मंडलायुक्त देवीपाटन


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