तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश
गोंडा: गुरुवार की शाम तेज हवाओं के साथ हुई मूसलाधार बारिश ने किसानों की कमर ही तोड़ कर रख दी। बारिश
गोंडा: गुरुवार की शाम तेज हवाओं के साथ हुई मूसलाधार बारिश ने किसानों की कमर ही तोड़ कर रख दी। बारिश से गेहूं, अरहर व तंबाकू की फसलों को नुकसान हुआ है। तेज हवाओं के चलने से दर्जनों पेड़ धराशाई हो गए। गेहूं के बोझ व खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसलें हवाओं के झोकों में उड़ गए। करीब एक घंटे हुई मसूलाधार बारिश से शहर की गलियां जलमग्न हो गईं। सड़कों पर जाम लग गया। बिजली गुल होने से करीब दो घंटे लोग अंधेरे में रहे। देर शाम बिजली बहाल हुई। लेकिन उसके आने जाने का सिलसिला जारी है। उधर बारिश से करीब पांच हजार घरों में शादी समारोह की तैयारियों पर पानी फेर दिया। पांडाल व बैठने वाले स्थान पर पानी भर गया। इससे परिजन परेशान हो व्यवस्था दुरूस्त कराने में जुटे रहे।
मौसम की आंख मिचौली से किसानों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। गुरुवार को मौसम साफ होने से किसानों ने राहत की सांस ली थी, दोपहर में तेज धूप से किसानों ने खेतों से फसलों को निकालना शुरू कर दिया था। अचानक शाम को तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। करीब एक घंटे तक हुई बारिश से गेहूं, अरहर, तंबाकू आदि फसलों को नुकसान हुआ है। तेज हवाओं के झोकों से वजीरगंज व गोंडा शहर क्षेत्र में लगे दर्जनों पेड़ उखड़कर गिर पड़े। शहर की गलियां जलमग्न हो गई, जिससे लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। विष्णुपुरी कॉलोनी, आवास विकास कॉलोनी, पटेलनगर, घोसियाना, शहीदे आजम सरदार भगत ¨सह इंटर कॉलेज मार्ग, गुड्डूमल चौराहा समेत एक दर्जन कॉलोनियों में पानी भर गया है। बारिश से वाहनों का जाम लग गया। वाहन रेंगते हुए निकले। तेज हवाओं ने बिजली व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया। दो घंटे बिजली गुल रही। लोग अंधेरे में रहे। देर शाम बिजली बहाल हुई तो उसका आने-जाने का सिलसिला शुरू हो गया। सरकारी क्रय केंद्रों पर रखे गए गेहूं को भीगने की आशंका जताई गई है। उधर जिले में करीब पांच हजार घरों में शादी-समारोह में बारिश ने खलल पैदा कर दी। पांडाल व समारोह स्थल पर पानी भर गया। जिनके यहां शादी समारोह था वह परेशान हो व्यवस्था को दुरूस्त करने में जुट गए है। लाल बहादुर कृषि विज्ञान केंद्र गोपाल ग्राम के कृषि वैज्ञानिक डा. उपेंद्रनाथ ¨सह ने बताया कि जिले में करीब तीन मिलीमीटर बारिश हुई है। बारिश के चलते फसलों को भी नुकसान होने की आशंका है।