लक्ष्य घटा, बढ़ीं चुनौतियां
गोंडा : धान खरीद में फिसड्डी रहने के बाद अब अधिकारी दो अप्रैल से शुरू होने वाले गेहूं खरीद में कोई ल
गोंडा : धान खरीद में फिसड्डी रहने के बाद अब अधिकारी दो अप्रैल से शुरू होने वाले गेहूं खरीद में कोई लापरवाही बरतने के मूड में नहीं है। उधर सरकार ने गेहूं खरीद का लक्ष्य घटा कर अधिकारियों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। शासन ने दिए गए लक्ष्य को हर हालत में हासिल करने का निर्देश दिए हैं।
मूल्य समर्थन योजना के तहत मंडल के चारों जिलों में दो अप्रैल से 30 जून तक गेहूं खरीद की जानी है। शासन ने गेहूं खरीद के लिए जिले के चारों जिलों में 230 क्रय केंद्र खोले गए हैं। क्रय केंद्रों नमीमापक यंत्र, दो इलेक्ट्रानिक कांटे, दो जाली पंखा, बोरे प्रति केंद्र पांच गांठ, दरी, शामियाना, तख्त, लोटा व बाल्टी की व्यवस्था होगी। प्रति केंद्र पर एक सप्ताह की खरीद की धनराशि मुहैया रहेगी। गेहूं खरीद की जिम्मेदारी आवश्यक वस्तु निगम, पीसीएफ, यूपीएसएस, यूपी स्टेट एग्रो, उपभोक्ता सहकारी संघ, खाद्य विभाग व पंजीकृत सोसाइटी को सौंपी गई हैं। क्रय केंद्र नौ बजे से शाम छह बजे तक खोले जाएंगे। गोंडा को 37500, बलरामपुर को 15500, श्रावस्ती को 11500 व बहराइच को 43 हजार का लक्ष्य दिया गया है। इससे पूर्व गोंडा 52095, बलरामपुर 38960, श्रावस्ती 20132 व बहराइच का 52160 मीट्रिक टन का लक्ष्य था। खास बात तो यह है कि सरकार ने इस बार भारतीय खाद्य निगम गोंडा को दो व बहराइच को दो हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य दिया है। संभागीय खाद्य नियंत्रक हरिनारायण ने बताया कि शासन के द्वारा जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है वह बीते वर्ष से काफी कम है। उन्होंने बताया कि लक्ष्य हासिल करने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि केंद्रों के औचक निरीक्षण के लिए अधिकारियों को नामित कर दिया गया है।