बारिश से तबाह रबी की फसल
गोंडा/बभनजोत: बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है। मार्च में तेज हवाओं के साथ तीसरी बार हु
गोंडा/बभनजोत: बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है। मार्च में तेज हवाओं के साथ तीसरी बार हुई बारिश ने रबी की गेहूं को तबाह कर दिया है। खेतों में जलभराव होने से कटी पड़ी फसलों के सड़ने की आशंका बढ़ गई है। जिले में रबी के तहत 1.88 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई थी, जिसमें सबसे अधिक गेहूं की बुवाई हुई थी।
सोमवार को मनकापुर तहसील के बभनजोत ब्लाक में बारिश से सबसे ज्यादा तबाही हुई है। तेज हवाओं के साथ हुई बारिश में गेहूं की फसलें गिर गईं, वहीं अरहर के फूल गिरने से भारी नुकसान हुआ। आम के बौर भी गिर गये हैं। कृषि वैज्ञानिक डॉ. उपेंद्र ¨सह ने बताया कि सोमवार को अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री व न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। हवायें 10.5 किलोमीटर की रफ्तार से चलीं, जबकि बभनजोत इलाके में करीब 15 मिलीमीटर बारिश हुई।
किस फसल को हुआ नुकसान
गेहूं, सरसों, मसूर, मटर, चना, अरहर आदि।
मौसम की मार से परेशान किसान
किसान सियाराम कहते हैं कि इस माह में तीन बार तेज हवाओं के साथ बारिश हो चुकी है, जिससे 70 फीसद फसलें जमीन में लेट चुकी हैं। खेतों में जलभराव होने से फसलें सड़ने की आशंका बढ़ गई है। किसान राम बुझारत का कहना है कि खेतों में अब केवल अरहर के पौधे बचें हैं, उनमें न फूल है और न ही फलियां। राम देव का कहना है कि मटर की कटाई करके खेत में सूखने के लिए छोड़ दिया था, बारिश के कारण सारी फसलें भीग गई हैं। राम भरोसे का कहना है कि सरसो, चना सभी फसलों को नुकसान हुआ है।
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तेज हवाओं के साथ हुई बेमौसम बारिश से सोमवार को बभनजोत इलाके में सबसे ज्यादा नुकसान होने की जानकारी मिली है, हालांकि जिले के सभी क्षेत्रों में मौसम का असर पड़ा है। नुकसान की रिपोर्ट अधिकारियों को भेजी जायेगी।
- विनय ¨सह, जिला कृषि अधिकारी