लैपटॉप में छिपे हैं साइबर गिरोह के राज
गोंडा : साइबर गिरोह का पर्दाफाश होने के बाद अब पुलिस गिरोह में काम कर रहे लोगों पर शिकंजा कसने के लि
गोंडा : साइबर गिरोह का पर्दाफाश होने के बाद अब पुलिस गिरोह में काम कर रहे लोगों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिस ने तीर चला दिए हैं। पुलिस ने साइबर गिरोह के मुख्य आरोपी के पास बरामद हुए लैपटाप को फारेंसिक लैब को भेज दिया है। फोरेंसिक लैब से रिपोर्ट आते ही उसमें छिपे राज का फाश हो जाएगा। साथ ही बैंक कर्मचारी व मोबाइल कंपनियों के ऑपरेटरों पर भी पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू हो गया है। पुलिस की कार्रवाई से गिरोह से जुड़े सदस्यों में अफरा तफरी मच गई है।
पुलिस ने दो दिन पूर्व अंतरराष्ट्रीय साइबर गिरोह का पर्दाफाश किया था। पुलिस ने अनिल कुमार वर्मा उर्फ ¨रकू व अशोक कुमार वर्मा को गिरफ्तार किया था। इन दोनों के पास से आधुनिक यंत्र बरामद किए थे। कनाडा देश के डेविड से इनके तार जुड़े मिले थे। मुंबई में आइसक्रीम पार्लर चलाने वाले रामनाथ तिवारी से ¨रकू की नजदीकी की बात सामने आई हैं। लखनऊ के मूसा शेख व मिर्जा अली से ¨रकू के तार जुड़े होने मिले हैं। साइबर गिरोह का मुख्य आरोपी ¨रकू गोंडा, फैजाबाद व लखनऊ जिले में स्थित विभिन्न बैंकों में जालसाजी कर चुका है। पुलिस के पास इसके पुख्ता सबूत भी है। वह बैंक कर्मियों व मोबाइल कंपनियों के ऑपरेटरों से मिलीभगत कर दूसरे की आइडी पर खाता खुलवाकर लाखों का चूना लगा चुका है। पुलिस की मानें तो अनिल कुमार उर्फ ¨रकू ने एटीएम के जरिए करीब दो करोड़ रुपए से अधिक निकाल चुका है। इस काम में एटीएम में तैनात सुरक्षा कर्मी भी उससे मिले हो सकते हैं। इसे भी ध्यान में रखकर जांच की जा रही है। फोरेंसिक लैब से रिपोर्ट आते ही इस मामले का भी पर्दाफाश हो जाएगा। एसपी राजेश कुमार पांडेय का कहना है कि मामला अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़ा है। हर बिन्दु को ध्यान में रखकर सावधानी से जांच की जा रही है। उन्होंने माना कि मोबाइल कंपनियों के ऑपरेटर उससे मिले हुए थे। इससे ग्राहकों के मोबाइल पर मैसेज नहीं पहुंच पाता था। गिरोह के सदस्य एटीएम पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को भी मिला रखे थे। लैब से रिपोर्ट आने के बाद मुंबई व लखनऊ में छापेमारी की जाएगी।