अफसर सोएं, यात्री रोएं
गोंडा: कहने को गोंडा जंक्शन आदर्श स्टेशनों में शुमार है लेकिन यहां अव्यवस्थाओं की भरमार है। आवारा पश
गोंडा: कहने को गोंडा जंक्शन आदर्श स्टेशनों में शुमार है लेकिन यहां अव्यवस्थाओं की भरमार है। आवारा पशु, गंदगी, शाम को टिकट खिड़की पर अंधेरा, गोकुल एक्सप्रेस में स्लीपर की जगह साधारण सीट, गार्ड के अवकाश के लाले, यार्ड में जर्जर हो रहे दो करोड़ के क्रेन, जंक खा रहा रोलर यहां की तस्वीर है। कल आ रहे मुख्य परिचालन प्रबंधक ज्ञान नाथ पांडेय गोंडा जंक्शन से रूबरू होंगे। इसे लेकर रविवार अवकाश के दिन अधिकारी कागज दुरुस्त करने में जुटे रहे। यह कार्य बेहद गोपनीय ढंग से पहरे में किया गया।
पूर्वोत्तर रेलवे के ट्रेनों के संचालन की नब्ज टटोलने आ रहे सीओएम पांडेय का सैलून सवा नौ बजे गोंडा जंक्शन पर पहुंचेगा तो डीआरएम जैसे बड़े अधिकारी यहां मौजूद होंगे। कारण सीओएम का दौरा ट्रेन के संचालन के लिए अलग-अलग विभागों की परीक्षा माना जा रहा है। यात्री गाड़ी के साथ माल गाड़ी का संचालन, स्टाफ, आरई, यार्ड, एसएस कार्यालय, प्लेट फार्म निरीक्षक के कार्यो, वेंडर, खान-पान, आरक्षण घर, डीजल शेड, छोटी लाइन का संचालन जैसे महत्वपूर्ण कार्यो की जानकारी ली जानी है। क्रू यार्ड मास्टर व गार्डो की समस्याओं पर उनकी नजर होगी। यात्री सुविधाओं के साथ रेल संरक्षा की व्यवस्था का टोह लिया जाएगा। इसे लेकर सभी विभागीय अधिकारी अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गये हैं।
खास समस्याएं
- गंदगी की भरमार है और आवारा पशुओं का घूमना आम बात है। एक पशु के ट्रैक में फंसने से हंगामा हो चुका है।
-विकलांग रैंप के पास बालू गंजा है और इसे हटाने का प्रयास नहीं किया गया।
-शाम को स्टेशन पर टिकट खिड़की पर भीड़ रहती तो यहां अंधेरा रहता है। कारण यहां पर छह बजे स्विच आन की जाती है।
-प्लेटफार्म पर पानी की बोतल ज्यादा पैसे में बिकती है और साइकिल स्टैंड व शौचालय पर ज्यादा पैसा वसूलने की शिकायत है।
-ट्रेनों पर अवैध वेंडरों की भरमार है।
-यार्ड में दो क्रेन निष्प्रोज्य है और दो करोड़ की अमानत धूप व बरसात में बर्बाद हो रही है।
-केंद्रीय लोक निर्माण रेलवे के भंडार में एक रोलर दस साल से सड़ रहा है। इसकी नीलामी की प्रक्रिया ही नहीं की गई।
-रेलवे अस्पताल में सर्जन व विशेषज्ञ की कमी से मरीज परेशान हैं।
- रेलवे की मेमू न चलने से यात्री परेशान हैं।
-छोटी लाइन के ट्रेन के डिब्बों में प्रकाश व्यवस्था चौपट है।
क्या कहते हैं वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक
गोंडा : वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक नरेन्द्र नाथ का कहना है कि स्टेशन का निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिया जाता है। लापरवाही मिलने पर कार्रवाई के लिए लिखा-पढ़ी की जाती है।