शोधित बीज बढ़ाएगा फसलों की पैदावार
गोंडा: किसान यदि रबी फसलों की बुवाई की तैयारी कर रहे हैं, तो एक बात का विशेष ध्यान रखना। इस बार सिर्
गोंडा: किसान यदि रबी फसलों की बुवाई की तैयारी कर रहे हैं, तो एक बात का विशेष ध्यान रखना। इस बार सिर्फ शोधित बीजों की ही बुवाई करें, ऐसा इसलिए कि सही जमाव के साथ ही फसल उत्पादन में वृद्धि हो सके। बीज कैसे शोधित होगा ये सोचकर घबराएं मत, क्योंकि कृषि विभाग बीज शोधन के लिए ड्रम व दवाओं पर अनुदान मुहैया करायेगा। गोंडा समेत अन्य जिलों में 9840 ट्रीटिंग ड्रम वितरित करेगा, इसके लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं।
बिना बीजों का शोधन किये बुवाई करने से जहां सही जमाव नहीं होता है, वहीं उत्पादन में भी गिरावट आती है। कृषि विभाग ने शोधित बीज की बुवाई को बढ़ावा देने के लिए किसानों को बीज ग्राम योजना के तहत बीज शोधन ड्रम मुहैया कराने का निर्णय लिया है। किसानों को 20 किलोग्राम व 40 किलोग्राम क्षमता वाले ड्रम पर सरकारी मदद मिलेगी, इसके अतिरिक्त बीज शोधन के लिए दवायें भी 75 फीसदी अनुदान पर मिलेंगी। गोंडा समेत अन्य जिलों में 9840 ड्रम के वितरण पर 4.18 करोड़ खर्च किये जायेंगे।
बीज शोधन ड्रम का लक्ष्य
जिला 20केजी 40केजी
गोंडा 96 96
बहराइच 84 84
बलरामपुर 54 54
श्रावस्ती 30 30
फैजाबाद 66 66
अंबेडकरनगर 54 54
सुल्तानपुर 78 78
बाराबंकी 90 90
अमेठी 96 96
लखनऊ 48 48
सीतापुर 114 114
किस पर कितना अनुदान
-बीज ग्राम योजना के तहत बीज शोधन के लिए ड्रम पर अनुदान की राशियां अलग-अलग हैं। 20 किलोग्राम क्षमता वाले ड्रम की खरीद पर किसान को 3500 रुपये, जबकि 40 किलोग्राम क्षमता के ड्रम पर 5 हजार रुपये अनुदान के रूप में मिलेंगे। अनुदान की राशि कृषि विभाग आरटीजीएस सिस्टम के माध्यम से बैंक खाते में भेजेगा।
कैसे करें शोधन
-किसान बीज शोधन के लिए क्षमता अनुसार ड्रम में बीज डाल दें, इसके बाद प्रति किलोग्राम बीज पर ढाई से तीन ग्राम दवायें डालकर ड्रम में लगे हैंडल को चलायें। जिससे बीज में दवायें मिलकर शोधित हो जायेगी। किसान बीज शोधन के लिए अपनी रुचि अनुसार कार्वेडाजिम, फीरम, बावस्टिम या ट्राइकोडर्मा दवा का प्रयोग कर सकते हैं।
बीज शोधन से फायदे
-बीजों का सही जमाव
-कीटों से छुटकारा
-बीज व भूमि जनित बीमारियों की रोकथाम
-उत्पादन में वृद्धि
''बीज ग्राम योजना के तहत किसानों को बीज शोधन ड्रम की खरीद पर अनुदान मिलेगा, किसान अनुदान के लिए अपना आवेदन पत्र 30 अक्टूबर तक आवेदन करें।''
-श्रवण कुमार, उप कृषि निदेशक