सांसद ने बालू खनन पर उठाई थी आवाज
गोंडा : कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने रेलमंत्री, पर्यावरण एवं वन मंत्री व जल संसाधन मंत्री को पत
गोंडा : कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने रेलमंत्री, पर्यावरण एवं वन मंत्री व जल संसाधन मंत्री को पत्र भेजकर गोंडा में हो रहे अवैध बालू खनन के मामले में कार्रवाई करने के लिए आवाज उठाई थी। उन्होंने एक राज्यमंत्री को भी घेरा था। इस संदर्भ में उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा केंद्रीय मंत्रियों और उत्तर प्रदेश सरकार के अधिकारियों को भी पत्र भेजकर जानकारी दी थी।
कैसरगंज सांसद ने भेजे गए पत्र में कहा था कि तरबगंज तहसील के दुर्गागंज माझा, चकरसूल व जबरनगर एवं गढ़ी सीमा पर खनन माफियाओं के द्वारा अवैध खनन किया जा रहा है। 18 जुलाई 2013 को दुर्गागंज माझा में दर्जनों बालू भरी ट्रकें, पोकलैंड , जेसीबी व बालू खोदने के अत्याधुनिक यंत्र मौके पर बरामद करते हुए सीज करने की कार्यवाही हुई थी। छापा मारने के दूसरे दिन से ही खनन माफियाओं ने बालू खनन की रफ्तार और तेज कर दी। सांसद ने अपने पत्र में कहा है कि गोंडा जिले के मनकापुर रेलवे स्टेशन से अयोध्या तक की रेल लाइन व रेल लाइन के दोनों तरफ की जमीन रेलवे विभाग की है। ग्राम पंचायत चकरसूल, कल्याणपुर, हरिवंशपुर, कटरा भोगचंद व महेशपुर मनकापुर अयोध्या रेलवे लाइन के किनारे हैं। अवैध बालू खनन से अयोध्या के पास बना पुल धंस सकता है। सांसद ने आरोप लगाते हुए कहा कि गोंडा जिले में अवैध बालू खनन का कारोबार सरकार के एक राज्यमंत्री के संरक्षण में चल रहा है। उच्च न्यायालय लखनऊ खंडपीठ में कुछ लोगों ने अवैध बालू खनन रोकने के लिए जनहित याचिका दाखिल की थी। राजनीतिक दबाव के कारण न्यायालय में झूठा शपथ पत्र भी प्रस्तुत कर दिया जिसमें गोंडा में कही भी अवैध बालू खनन न होने का जिक्र हैं। जल संसाधन मंत्री उमाभारती ने सात अक्टूबर को सांसद कैसरगंज के पत्र पर मंत्रालय में समुचित कार्रवाई के लिए भेज दिया।