गले नहीं उतर रही पुलिस की कहानी
गोंडा : राज्यमंत्री के रिश्तेदार व ईट भट्ठा व्यापारी ओम प्रकाश सिंह के हमलावरों को भले ही पुलिस ने ग
गोंडा : राज्यमंत्री के रिश्तेदार व ईट भट्ठा व्यापारी ओम प्रकाश सिंह के हमलावरों को भले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल पहुंचा दिया हो लेकिन कारण को लेकर अभी भी उलझन बरकरार है। पंचायत चुनाव के चार वर्ष बाद बदला लेने और ब्लाक प्रमुखी की चाहत ही क्या असली वजह थी, इसे लेकर तमाम सवाल लोगों के मन में उमड़ घुमड़ रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि इतनी बड़ी घटना के खुलासे के बाद पुलिस ने खुलासा भी गुपचुप अंदाज में ही कर डाला। अभियुक्तों को जेल भेजकर मीडिया के सवालों का सामना करने से बचने की अदा भी चर्चा में है।
जरा नजर पुलिस की कहानी पर डाल लीजिए। पुलिस की मानें तो आजाद विक्रम सिंह ब्लॉक प्रमुखी का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था। यही नहीं, एक वजह यह भी बताई जा रही है कि पंचायत चुनाव के दौरान ओम प्रकाश सिंह के चाचा जगदीश सिंह की पत्नी रुकमणी सिंह व राजेश विक्रम सिंह की पत्नी विद्यावती सिंह चुनाव लड़ी थी। चुनाव के दौरान ही होर्डिग फाड़ डाली गई थी। चुनाव भी ओम प्रकाश सिंह की चाची रुकमणी सिंह जीत गई थी। तभी से राजेश विक्रम सिंह व ओम प्रकाश सिंह के बीच रंजिश चली आ रही है। पुलिस की मानें तो आजाद विक्रम सिंह को पता था कि जब तक ओम प्रकाश सिंह उसके रास्ते से नहीं हटेंगे तब तक उसका चुनाव लड़ना संभव नहीं होगा। पुलिस के मुताबिक आजाद विक्रम सिंह ने ओम प्रकाश सिंह को रास्ते से हटाने की साजिश रची। उसे मालूम था कि ओम प्रकाश सिंह सुबह ईट भट्ठे पर अकेले गाड़ी से प्रतिदिन आते हैं।
इससे पहले भी फैजाबाद में दर्ज है मुकदमा
गोंडा : आजाद विक्रम सिंह के खिलाफ फैजाबाद नगर कोतवाली में विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज है। उस पर वर्ष 2012 में निविदा डालने के दौरान एक मंत्री के पुत्र के साथ मारपीट करने का आरोप था।
इंजीनियर है आजाद विक्रम
गोंडा : ओम प्रकाश सिंह की हत्या में नामजद आरोपी आजाद विक्रम सिंह इंजीनियर है। वह बीटेक कर चुका है। वर्तमान में वह निर्माण कार्य देख रहा है।