दीया जलाने से पहले ही बुझ गया चिराग
गोंडा : जहां दीया जलाने की तैयारी जोर शोर से हो रही थी, वहां पलभर में सब कुछ खत्म हो गया। पटाखे की ग
गोंडा : जहां दीया जलाने की तैयारी जोर शोर से हो रही थी, वहां पलभर में सब कुछ खत्म हो गया। पटाखे की गूंज की जगह सन्नाटा पसर गया। पांच साल का बेटा चंदन अपने पापा के आने की राह तक रहा था। उसे क्या पता कि उसका पिता अब इस दुनिया में नहीं है।
बीती रात नगर कोतवाली क्षेत्र के फैजाबाद बाइपास तिराहे पर ट्रक चढ़ने से उज्जैनी गांव निवासी अमरनाथ मिश्र की मौत होने की खबर मिलते ही उसके घर में कोहराम मच गया। जो जैसे था वह शहर की तरफ भागा। उसका पांच वर्षीय बेटा चंदन अपनी मां नीलम से पूछ रहा था कि पापा कब आएंगे। उसकी मां उसे झूठा दिलासा दे रही थी कि पापा सुबह आ जाएंगे लेकिन घर पर लोगों की भीड़ व चीत्कार सुनकर वह भी रोने लगा। पत्नी नीलम बेहाल थी। आसपास के लोग उसे दिलासा दे रहे थे कि भगवान को शायद यही मंजूर था। लेकिन परिवारीजनों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद लोगों की आंखें नम थीं। वह लोग कह रहे थे कि गांव में दीया जलने की तैयारी हो रही थी, लेकिन अमरनाथ की मौत से दीया पहले ही बुझ गया। उधर राजेश के पिता रामकुमार यादव का भी रो-रोकर हाल बेहाल था। उसकी मां दहाड़े मारकर रो रही थी कि कोई उसके बेटे को जाकर ले आओ। इस दर्दनाक घटना ने दो परिवारों का उजाला छीन लिया।