8996 आंगनबाड़ी केंद्रों की एक साथ रैंडम जांच
गोंडा: आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन की हकीकत जांचने के लिए देवीपाटन मंडल के 8996 केंद्रों की एक साथ रैंडम जांच कराई जायेगी, जांच के लिए के करीब 1200 अधिकारियों की डयूटी लगाई है। नामित अधिकारी 18 सितंबर को एक साथ छापेमारी करेंगे। आयुक्त ने जांच के बाद चारों जिलों के डीपीओ से रिपोर्ट तलब की है।
आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन को लेकर चर्चाओं में रहने वाले बाल विकास विभाग की सूरत बदलने की कवायद शुरु हो गई है, इसकी कमान अब मंडलायुक्त रवि प्रकाश अरोड़ा ने खुद कमान संभाली है। केंद्रों के संचालन के साथ ही बच्चों की उपस्थिति सहित अन्य जानकारियां हासिल करने के लिए देवीपाटन मंडल के गोंडा, बलरामपुर, बहराइच व श्रावस्ती जिले के सभी 8996 आंगनबाड़ी केंद्रों की एक साथ रैंडम जांच 18 सितंबर को कराई जायेगी। जांच की कमान राजस्व, सिंचाई, विकास, पीडब्लूडी, कृषि, जलनिगम आदि विभागों के जिला व ब्लाक स्तरीय अधिकारियों को सौंपी गई है। आयुक्त ने चारों जिलों के जिला कार्यक्रम अधिकारियों को जांच के बाद स्थिति की रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिये हैं।
ये अफसर करेंगे जांच
-डीडीओ, डीपीआरओ, भूमि संरक्षण अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, सहायक निबंधक सहकारी समिति, सहायक निदेशक रेशम, जिला कृषि अधिकारी, उप निदेशक कृषि, जिला उद्यान अधिकारी, अधिशासी अभियंता, सिंचाई, पीडब्लूडी, विद्युत, सहायक अभियंता, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक, डीपीओ, सीडीपीओ, अवर अभियंता, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, मुख्य कार्यकारी अधिककारी मत्स्य, सहायक अभियंता लघु सिंचाई आदि।
इन बिंदुओं पर होगी जांच
-आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन, हाटकुक्ड़ योजना का संचालन, पोषाहार वितरण, टीकाकरण, यूनीफार्म, आंगनबाड़ी केंद्रों की साफ-सफाई, भवन इत्यादि की स्थिति।
''आंगनबाड़ी केंद्रों की जांच के लिए निर्धारित प्रारूप जांच अधिकारियों को उपलब्ध कराये जा रहे हैं, इसके साथ ही निर्धारित अवधि को निरीक्षण के बाद रिपोर्ट शाम 5 बजे तक उपलब्ध कराने को कहा गया है। जिससे स्थिति की रिपोर्ट समय से मंडलायुक्त को दी जा सके। ''
-मनोज कुमार राव, जिला कार्यक्रम अधिकारी