जच्चा-बच्चा की मौत पर हंगामा, प्रदर्शन
गोंडा: जिला महिला अस्पताल में गुरुवार को जच्चा बच्चा की मौत के बाद हंगामा मच गया। परिजनों ने अस्पताल में नारेबाजी कर प्रदर्शन करते हुए चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। परिजनों ने अस्पताल में धरना भी दिया। बाद में कोतवाली में तहरीर दी। फिलहाल, सीएमओ ने मामले की जांच के आदेश दिये हैं।
तहसील तरबगंज के थाना उमरी बेगमगंज के इस्माइलपुर गांव निवासी मनोज सिंह ने अपनी पत्नी वंदना सिंह को प्रसव के लिए जिला महिला अस्पताल में 27 अगस्त की सुबह सात बजे भर्ती कराया था। गुरुवार को चिकित्सकों ने आपरेशन की सलाह देते हुए परिजनों से खून की व्यवस्था करने को कहा। जिस पर परिजनों ने सुबह ही खून की व्यवस्था करके उसे लाकर चिकित्सक को दे दिया। साढ़े छह बजे खून आने के बाद भी चिकित्सकों ने मरीज को तड़पता छोड़ दिया। प्रसूता के पति मनोज सिंह ने बताया कि वह कई बार चिकित्सक के पास गया, लेकिन चिकित्सक ने उसे अनसुना कर दिया। काफी देकर बाद करीब 11 बजे प्रसूता का आपरेशन हुआ। आपरेशन में पैदा हुई नवजात बालिका की मौत हो गयी। आरोप है कि खून मंगाने के बाद भी चिकित्सक ने प्रसूता को खून नहीं चढ़ाया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गयी। दोपहर बाद प्रसूता की मौत हो गयी। प्रसूता की मौत के बाद अस्पताल में हंगामा मच गया। परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया। खून मंगाने के बाद भी प्रसूता को समय से खून न चढ़ाने का आरोप लगाते हुए परिजनों ने जमकर हंगामा काटा।
परिजनों ने यहां पर नारेबाजी कर प्रदर्शन करने के साथ ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। परिजनों के हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया। प्रसूता के पति ने कोतवाली नगर में तहरीर दी है।