शव रखकर नगर कोतवाली का घेराव
गोंडा: व्यापारी की हत्या के विरोध में बुधवार की सुबह व्यापारियों ने कोतवाली नगर के सामने गोंडा-बलरामपुर मार्ग पर शव रखकर मार्ग जाम कर दिया। व्यापारी प्रदर्शन कर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। बाद में पूर्व सांसद बृज भूषण शरण सिंह के आश्वासन पर व्यापारियों ने जाम हटाया। इससे करीब दो घंटे जाम लगा रहा।
मंगलवार की दोपहर कोतवाली नगर से चंद कदम दूरी पर भारतीय स्टेट बैंक में पैसा जमा करने आए किराना व्यापारी ज्ञानेंद्र कुमार गुप्त की लूटेरों ने रुपयों से भरा बैग छीनकर गोली मारकर हत्या कर दी थी। बुधवार सुबह व्यापारियों का आक्रोश फिर फूट पड़ा। उन्होंने कोतवाली नगर के सामने शव को रखकर घेराव शुरू कर दिया। इसके बाद व्यापारियों ने मार्ग जाम कर दिया। इससे करीब दो घंटे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जाम की सूचना पाकर एएसपी आरके सिंह के साथ ही कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। इसके बावजूद व्यापारी हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। कुछ देर बाद मौके पर पहुंचे पूर्व सांसद बृज भूषण शरण सिंह ने व्यापारियों को समझा बुझाकर आंदोलन को खत्म कराया। चेयरमैन निर्मल श्रीवास्तव, विद्याभूषण द्विवेदी व रत्नेश शुक्ल समेत कई लोग प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
मृतक को लगी थी एक गोली
मृतक व्यापारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले से एक गोली मिली है। पीएम रिपोर्ट में एक गोली की पुष्टि हुई है।
पसरा रहा सन्नाटा
मृतक व्यापारी के घर के सामने व आसपास बुधवार को भी दुकानें बंद रही। सन्नाटा पसरा रहा।
आज बंद थी दुकानें
मंगलवार की दोपहर भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम के सामने जहां व्यापारी के साथ लूटपाट के बाद गोली मारी गई थी। वहां बुधवार को दुकानें बंद थी।
दुकान से दस फिट की दूरी पर हुई घटना
जिस जगह व्यापारी को गोली मारी गई थी वहां से एक लाइन में बनी दुकानें मात्र दस फिट की दूरी पर है। इतनी नजदीक वारदात होने के बावजूद कोई भी बोलने को तैयार नहीं है।
नहीं लगा कुछ हाथ
हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस हवा में हाथ पांव मार रही है। लेकिन उसके हाथ अभी खाली है। पुलिस अधिकारी कुछ समझ नहीं पा रहे हैं कि आखिर लुटेरों को मुखबिरी कहां से और कैसे हुई।
चहुंओर हो रही निंदा
व्यापारी की लूट के बाद हुई हत्या की निंदा चहुंओर हो रही है। व्यापारी आक्रोशित है। वही राजनीतिक पार्टियों के लोग पुलिस अधिकारियों से घटना का शीघ्र खुलासा किए जाने की मांग कर रहे हैं। निंदा करने वालों में शिवराज सिंह, आदित्य पाल, शिवकुमार सोनी, पीसीसी सदस्य शिव कुमार दूबे, फहीम सिद्दीकी, अमरजीत सिंह, माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री विनय कुमार शुक्ल आदि मौजूद रहे।