गैस रिसाव से फटा सिलेंडर, महिला की मौत
जागरण संवाददाता, जमानियां (गाजीपुर) मानवीय संवेदनहीनता का नजारा उस समय देखने को मिला जब शुक्रवार
जागरण संवाददाता, जमानियां (गाजीपुर) मानवीय संवेदनहीनता का नजारा उस समय देखने को मिला जब शुक्रवार की रात आठ बजे घरेलू गैस सिलेंडर फटने से झुलसी विवाहिता जामवंती देवी (25) पत्नी बाला वाहन के अभाव में दो घंटे तक सड़क किनारे तड़पती रही। कोई भी आगे नहीं आया। उसी दौरान वैवाहिक कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे पूर्व पर्यटन मंत्री के प्रतिनिधि मन्नू ¨सह ने अपने वाहन से विवाहिता को उपचार के लिए अस्पताल भेजवाया और उपचार कराया लेकिन तब तक जामवंती ने दम तोड़ दिया।
कोतवाली क्षेत्र के कसेरा पोखरा निवासी जाममवंती रात करीब आठ बजे खाना बना रही थी। उसी दौर गैस रिसाव के चलते तेज धमाके के साथ आग लग गई। जामवंती भी उसकी चपेट में आकर आग का गोला बन गई। चीख-पुकार सुनकर घर के सदस्य पहुंचे लेकिन आग की लपटें इतनी विकराल थीं कि किसी की हिम्मत पास जाने की नहीं हो रही थी। किसी तरह ग्रामीण आग बुझाए लेकिन तब तक जामवंती गंभीर रूप से झुलस गई थी। परिवार के लोग 108 नंबर पर फोन किए लेकिन फोन नहीं रिसीव हुआ। घर के सदस्य तड़पती जामवंती को लेकर सड़क किनारे घंटे भर पड़े रहे। हर कोई आता, जली हुई जामवंती को देखकर लौट जाता। परिजन भी लाचार थे। हालांकि पूर्व मंत्री के प्रतिनिधि ने मौके पर पहुंचकर विवाहिता को अस्पताल भेजवाया।
फिर लापरवाही आई सामने
रात करीब दस बजे लोग झुलसी विवाहिता को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गए तो वहां ताला लटका था। यह देख पूर्व मंत्री के प्रतिनिधि मन्नू ¨सह भड़क गए। वह वहां मौजूद चौकीदार से पूछे तो उसने बताया कि चिकित्सक नहीं हैं। सुबह उनसे मुलाकात होगी। इसके बाद मन्नू ¨सह ने चिकित्सक को फोन मिलाया तो आधे घंटे बाद वह मौके पर पहुंचे और उपचार करने के बाद जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिए। यदि समय से इलाज होता तो शायद जामवंती की जान बच सकती थी। इस संबंध में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डा. अनिल कुमार रत्नेश ने बताया कि जामवंती पूरी तरह जली गई थी।