फर्जी चिकित्सक पर एफआइआर, चार अस्पतालों का पंजीकरण निरस्त
जागरण संवाददाता, गाजीपुर: जिले में संचालित हो रहे फर्जी चिकित्सालयों और अल्ट्रासाउंड केंद्रों के खिल
जागरण संवाददाता, गाजीपुर: जिले में संचालित हो रहे फर्जी चिकित्सालयों और अल्ट्रासाउंड केंद्रों के खिलाफ जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने अभियान छेड़ रखा है। उनके निर्देश पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरके सिन्हा और पीएचसी जखनिया के अधीक्षक डा. योगेंद्र यादव की टीम ने जखनिया में स्थित चार निजी अस्पतालों में छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान अस्पताल संचालकों में हड़कंप मचा रहा। न किसी जगह कोई चिकित्सक मिला और न ही उनका मानक पूरा था।
डा. आरके सिन्हा ने बताया कि छापेमारी के दौरान मां जलेश्वरी चिकित्सालय और मां लक्ष्मी चिकित्सालय के संचालक अस्पताल बंद कर भाग खड़े हुए। यहां कोई भी चिकित्सक नहीं था और न ही इलाज के संसाधन थे। ओमदत्त चिकित्सालय खुला पाया गया लेकिन यहां भी कोई चिकित्सक नहीं मिला और न ही यहां कोई मरीज भर्ती था। चंद्रावती चिकित्सालय में दो डिग्रीधारी डाक्टरों का नाम अंकित था लेकिन मौके पर वह नहीं थे। यहां चार मरीज भर्ती थे। इसमें से एक का बच्चेदानी का, एक का हर्निया का और दो मरीजों का हाइड्रोसील का आपरेशन किया गया था। मौके पर मिले अस्पताल संचालक राजेश यादव ने बताया कि उसने खुद यह आपरेशन किए हैं, जबकि उसके पास ऐसी कोई डिग्री नहीं मिली। राजेश यादव के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया गया। इसके साथ चारों अस्पतालों का पंजीकरण निरस्त कर दिया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में एक भी फर्जी अस्पताल और जांच केंद्र संचालित नहीं होने दिया जाएगा। फर्जीवाड़ा कर मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।