आपदा राहत की धनराशि को लेकर किसान मायूस
जागरण संवाददाता, लौवाडीह (गाजीपुर) : आपदा राहत की धनराशि मिलने की किसानों की आस टूट गई है। उनका कहना
जागरण संवाददाता, लौवाडीह (गाजीपुर) : आपदा राहत की धनराशि मिलने की किसानों की आस टूट गई है। उनका कहना है कि सहायता राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है। दो साल पहले अत्यधिक बरसात से रबी की फसल नष्ट हो गई थी। केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार ने किसानों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी। जिसके तहत किसानों को 1500 से 18 हजार रुपये दिए जाने थे। शासन द्वारा छोटे-छोटे गांव को मुआवजा तो दे दिया गया परंतु अभी भी अधिकांश गांव के किसानों को सहायता राशि नहीं मिल पायी है।
क्षेत्र के शेरपुर, कुंडेसर, दहीनवर, लोचाइन, अवथही, सोनाड़ी, अमरुपुर, तरका, गोंडी, खैराबारी, खरडीहा, जोगामुसहिब, मलिकपुरा, रेवसड़ा, देवरिया, मसौनी गोंडउर, कारीमुद्दीनपुर सहित कई गांव के किसानों को आपदा राहत की धनराशि नहीं मिली है। जिन गांव के लोगों को यह धनराशि मिली है उन गांव के उन किसानों का जिनका खाता दूसरी जगह है।
उनको सहायता राशि नहीं मिल पायी है। किसान विनोद राय, धर्मेद्र यादव, सुनील ¨सह, बलिराम वर्मा, चंद्रभूषण राय, रामबचन मिश्र आदि ने कहा कि अब तो सरकार बदल गई है। प्रशासन द्वारा इसकी जांच होनी चाहिए।