कस्तूरबा की छात्राएं सीखेंगी जूडो-कराटे
गाजीपुर: कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की छात्राओं को शिक्षा देने के साथ आत्मरक्षा का गुर भी
गाजीपुर: कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय की छात्राओं को शिक्षा देने के साथ आत्मरक्षा का गुर भी सिखाया जाएगा। इसके लिए उन्हें जूडो व कराटे का प्रशिक्षण दिए जाने की योजना है। इसका शासनादेश बेसिक शिक्षा विभाग को प्राप्त हो गया है। अक्टूबर से छात्राओं को इसका प्रशिक्षण देने का क्रम शुरू हो जाएगा।
दिन पर दिन लड़कियों और महिलाओं के प्रति अपराध बढ़ता जा रहा है। इसे रोकने के लिए सरकार द्वारा कड़े कानून बनाए गए हैं, इसके बाद भी छेड़खानी और दुष्कर्म जैसी घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसे में शासन ने इस विकल्प पर भी सोचना शुरू कर दिया कि क्यों न लड़कियों को ही इस लायक बनाया जाए कि वह स्वयं अपनी सुरक्षा कर सकें। इससे काफी हद तक लड़कियों के साथ हो रहे छेड़खानी
और दुष्कर्म जैसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है। इसको अमल में लाने के लिए सबसे पहले सरकार ने कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों को चुना। छात्राओं को जूडो-कराटे का प्रशिक्षण देकर इस कला में उन्हें दक्ष बनाया जाएगा। प्रशिक्षित होने के बाद छात्राएं अपने साथ होने वाली छेड़खानी जैसी घटनाओं से खुद निबट सकती हैं और मनचलों का सबक सिखा सकती हैं। यह प्रशिक्षण अक्टूबर से शुरू होगा और तीन महीने तक चलेगा। इस समय जिले में चौदह कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं, जिसमें चौदह सौ छात्राएं पढ़ती हैं।
नियुक्त होंगे प्रशिक्षक
- कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों की छात्राओं को जूडो-कराटे का प्रशिक्षण देना है। इसके लिए प्रशिक्षकों की तैनाती की जानी है। वह हर विद्यालय में जाकर सप्ताह में दो या तीन दिन प्रशिक्षण देंगे।
- मुन्ना प्रसाद, बालिका डीसी।