करमपुर के एस्ट्रोटर्फ से होगी गाजीपुर की पहचान
सैदपुर (गाजीपुर) : वैसे तो एस्ट्रोटर्फ कई महानगरों में है लेकिन करमपुर भारत का पहला ऐसा गांव है जिसक
सैदपुर (गाजीपुर) : वैसे तो एस्ट्रोटर्फ कई महानगरों में है लेकिन करमपुर भारत का पहला ऐसा गांव है जिसको यह उपलब्धि हासिल हुई है। यहां एस्ट्रोटर्फ का निर्माण तेजबहादुर ¨सह की हाकी के प्रति समर्पण की भावना व पूर्व सांसद राधेमोहन ¨सह के प्रयास की देन है। अब गाजीपुर की पहचान करमपुर के एस्ट्रोटर्फ से होगी।
वर्ष 1984 में जब करमपुर में बांस के टुकड़ों से तेजबहादुर ¨सह हॉकी शुरू किए तब किसी ने नहीं सोचा होगा कि एक दिन ऐसा भी आएगा जब यहां एस्ट्रोटर्फ पर हॉकी खेली जाएगी। शुरू में तो तेजबहादुर ¨सह गांव के बच्चों को बुलाकर ग्राउंड में हॉकी खेलाना शुरू किए। धीरे-धीरे लोगों में हॉकी के प्रति रुचि बढ़ी। तेजबहादुर ¨सह खिलाड़ियों को हॉकी के अलावा जूता-मोजा, लोवर, टी-शर्ट भी नि:शुल्क देना शुरू किए। एक के बाद एक खिलाड़ियों को चयन राष्ट्रीय स्तर की टीम बीएसएफ, जालंधर, रेलवे, आर्मी आदि में हुआ। कई युवाओं को को सेना, एजी आफिस, रेलवे आदि जगहों पर नौकरी भी मिली। 1988-90 में उन्होंने अखिल भारतीय मेंघबरन ¨सह हॉकी अकादमी की बनाया और करमपुर में स्टेडियम का निर्माण कराया। करीब 20 वर्षों से यहां अखिल भारतीय मेंघबरन ¨सह इनामी हाकी प्रतियोगिता का भी आयोजन हो रहा है। तेजबहादुर ¨सह कभी किसी से कुछ नहीं मांगें। हालांकि उनके मन में खिलाड़ियों के लिए एस्ट्रोटर्फ बनवाने की बात हमेशा रहती थी लेकिन राजनीति से दूर होने के कारण वे इसमें सफल नहीं हो पा रहे थे। किस्मत ने साथ दिया और उनके अनुज राधेमोहन ¨सह सांसद बन गए। उन्होंने भाई का सपना पूरा करने की बात मन में ठान ली। लगातार वे करमपुर स्टेडियम में एस्ट्रोटर्फ बनवाने के लिए लगे रहे। आखिरकार उनका प्रयास रंग लाया और करमपुर में एस्ट्रोटर्फ निर्माण को मंजूरी मिल गई। राजकीय निर्माण निगम द्वारा लगभग छह करोड़ 24 लाख रुपये की लागत से एस्ट्रोटर्फ का निर्माण करीब साल भर पहले हो गया। इस नवनिर्मित एस्ट्रोटर्फ का उद्घाटन 26 सितंबर को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव करेंगे जिसकी तैयारियां जोरों पर चल रही है।