आपदा राहत मिलने की आस छोड़ रहे किसान
लौवाडीह (गाजीपुर): आपदा राहत की धनराशि मिलने की किसानों की आस धीरे धीरे टूट रही है। किसानों में य
लौवाडीह (गाजीपुर): आपदा राहत की धनराशि मिलने की किसानों की आस धीरे धीरे टूट रही है। किसानों में यह धारणा फैल गई है की उनकी यह राशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है। एक वर्ष पहले अत्यधिक बरसात से रबी की फसल नष्ट हो गई थी। केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार ने किसानों को आर्थिक सहायता देने की
घोषणा की थी।
शासन की ओर से मिले धन को राजस्व विभाग के अधिकारी छोटे छोटे गांव को मुआवजा राशि का वितरण कराकर इतिश्री कर ली गई। अभी भी अधिकांश गांव के किसानों को सहायता राशि नहीं मिल पायी है। क्षेत्र केशेरपुर, कुंडेसर, दहीनवर, लोचाइन, अवथही, सोनाड़ी, अमरुपुर, तरका, गोंडी, खैराबारी, खरडीहा, जोगामुसहिब, मलिकपुरा, रेवसड़ा, देवरिया, मसौनी, गोंडउर, कारीमुद्दीनपुर सहित अनेक गांव के अधिकतर किसान मुआवजा से वंचित हैं। इधर तहसील कर्मचारियों द्वारा सहायता राशि घोटाला उजागर होने तथा दोषियों के विरुद्ध कोई कार्यवाई न होने से किसानों को लग रहा है की उनकी राशि इन कर्मचारियों के हाथ लग चुकी है। किसान विनोद राय, धर्मेन्द्र यादव, सुनील ¨सह, बलिराम वर्मा, चंद्रभूषण राय, रामबचन मिश्र आदि ने बताया की अगर उनका हक नहीं मिला तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।