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दोस्त के साथ मिल की थी पत्नी की हत्या

कासिमाबाद (गाजीपुर) : स्थानीय थाना क्षेत्र के राजापुर कलां गांव निवासी विवाहिता हेमलता का हत्यारा को

By Edited By: Published: Mon, 02 May 2016 08:01 PM (IST)Updated: Mon, 02 May 2016 08:01 PM (IST)
दोस्त के साथ मिल की थी पत्नी की हत्या

कासिमाबाद (गाजीपुर) : स्थानीय थाना क्षेत्र के राजापुर कलां गांव निवासी विवाहिता हेमलता का हत्यारा कोई और नहीं बल्कि करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के पातेपुर पैकौली गांव निवासी उसका पति धमेंद्र ही निकला। उसने मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के अवादान गांव निवासी अपने साथी उपेंद्र यादव के साथ मिलकर अपनी पत्नी की गला घोटकर हत्या कर दी और लाश छोड़कर फरार हो गया।

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पुलिस गिरफ्त में आने के बाद वह हत्या का दो कारण बताया। कहा कि हेमलता स्नातक तक पढ़ी लिखी होने के बावजूद खड़ी ¨हदी ठीक से नहीं बोल पाती थी। दूसरे मृतका की ममेरी बहन से उसका संबंध था। इसमें उसकी हेमलता बाधक बन रही थी। इसलिए उसकी हत्या कर दी। पकड़ा गया आरोपी पति धमेंद्र से पूछताछ करने के बाद जेल भेज दिया गया। जबकि उसका साथी उपेंद्र अभी फरार है।

क्राइम ब्रांच की टीम व कासिमाबाद पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि गंगौली पुलिया के पास हेमलता के हत्यारे मौजूद हैं। वे कहीं भागने की फिराक में हैं। सूचना मिलते ही सर्विलांस प्रभारी तेजबहादुर ¨सह, कासिमाबाद थानाध्यक्ष निहार नंदन, अमित मिश्रा, धनंजय ¨सह, अजय जायसवाल टीम के अन्य सदस्यों संग पहुंचे तो आरोपी पुलिस टीम को देखकर भागने लगे। हालांकि पुलिसकर्मियों ने कुछ ही दूर पर धमेंद्र को दबोच लिया। जबकि उपेंद्र फरार हो गया। थाने लाकर पूछताछ की गई तो आरोपी पति ने अपना जुर्म कबूल लिया।

मालूम हो कि 28 अप्रैल की रात राजापुर कलां गांव स्थित टावर के पास विवाहिता हेमलता की लाश मिली थी। पुलिस ने जांच-पड़ताल की तो पता चला कि हेमलता की गला दबाकर हत्या की गई है। पुलिस अधीक्षक ने मामले को गंभीरता से लेते हुए घटना का खुलासा के लिए स्थानीय पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच की टीम को लगाया था।

उड़ीसा से आया और हत्या कर चला गया पटना

पत्नी का हत्यारा धमेंद्र काफी शातिर निकला। हत्या से दो दिन पहले 26 अप्रैल को वह उड़ीसा से फोन कर अपने साथी उपेंद्र से हत्या का प्लान बनाया। उसने बताया कि वह दो दिन बाद मुहम्मदाबाद के यूसुफपुर स्टेशन पहुंचेगा। सफर के दौरान उसका मोबाइल बंद रहेगा। योजना के मुताबित उसका साथी उपेंद्र 28 अप्रैल की दोपहर यूसुफपुर स्टेशन पहुंचा और धमेंद्र के साथ बाइक से बलिया गया।

यहां से दोनों ने नया मोबाइल व फर्जी आइडी पर सिम खरीदा। उसी नए नंबर से हेमलता को फोन कर राजापुर कला गांव स्थित टावर के पास बुलाए। पति का फोन आने के बाद हेमलता चली गई। उसे क्या मालूम कि उसकी हत्या हो जाएगी। पत्नी के आने के बाद दोनों ने मिलकर हत्या कर दी। इसके बाद हेमलता का पति धमेंद्र पटना गया और टिकट कटाया।

दया भी नहीं आई हत्यारे को

एक वर्ष से पति से दूर रहने वाली हेमलता उसके आने की सूचना पर हंसी-खुशी मिलने गई। एक-दो बात करने के बजाय हत्यारा पति उसे देखते ही दबोच लिया। इसके बाद तक तक गला दबाए रखा जब तक वह दम नहीं तोड़ी। पति की बांहों में ही दम तोड़ दी। पति का कथन सुनकर थाने के पुलिसकर्मियों की रूह कांप गई।

थोड़ी सी चूक से आया गिरफ्त में

हेमलता की हत्या जिस तरीके से की गई थी, इसका खुलासा पुलिस के लिए कठिन था। हत्यारे पति की थोड़ी सी चूक ने उसे गिरफ्त में ला दिया। हेमलता की हत्या के खुलासा के लिए लगाई गई क्राइम ब्रांच की टीम ने सर्विलांस से पता लगाया तो कहानी खुद ब खुद खुलने लगी। हत्यारा धमेंद्र उड़ीसा से चलने से पहले ही अपनी मोबाइल बंद कर दिया था। पत्नी की हत्या के बाद वह बाराचवर क्षेत्र में अपनी मोबाइल आन कर दिया। हत्या के खुलासा के लिए क्षेत्र के टावरों को खंगाल रही टीम को उड़ीसा का नंबर मिला। जांच-पड़ताल की गई तो वह नंबर धमेंद्र का ही निकला। इसके बाद टीम उसको गिरफ्तार कर पूछताछ की तो पूरी कहानी सामने आ गई।


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