कितने आवेदनों के बाद खुलेगा कैलाश का रास्ता
गाजीपुर: कितनी उम्मीद लेकर लोग तहसील दिवस, जनता दर्शन, थाना दिवस में पहुंचते हैं। सहजता से अधिकार
गाजीपुर: कितनी उम्मीद लेकर लोग तहसील दिवस, जनता दर्शन, थाना दिवस में पहुंचते हैं। सहजता से अधिकारी उपलब्ध हो जाते हैं। बात भी सुनते हैं। कार्रवाई का भरोसा भी देते हैं। कार्रवाई करते भले नहीं हैं। अब तो हालात यह हो चले हैं कि कई फरियादियों को तहसील दिवस में आवेदन देने की रसीद भी नहीं दी जाती। जिससे लंबित मामलों की फेहरिश्त लंबी न हो। सदर तहसील में बुधवार को आयोजित तहसील दिवस में सदर ब्लाक के नुरूल्लाहपुर निवासी कैलाश राम ¨बद एक ऐसे ही फरियादी हमे मिल गए। कैलाश राम ¨बद दो वर्ष से वह जनता दर्शन, तहसील दिवस, थाना दिवस में लगातार आवेदन देकर अपनी फरियाद कर रहे हैं। उनका मामला यह है कि कुछ दबंगों ने सार्वजनिक रास्ते को बांस खूंटी लगाकर और मिट्टी पाटकर बंद कर दिया है। कैलाश को अपने घर से बाहर निकलने के लिए यह एकमात्र रास्ता है। मेड़ पकड़कर घर से वह और उनका परिवार और पशु बाहर निकलते हैं। जबकि रास्ते का निर्माण पूर्व प्रधान ने ग्राम निधि से धन खर्च कर करवाया था।
आठ जनवरी को पहली फरियाद
आठ जनवरी 2014 को कैलाश ¨बद ने पहला आवेदन दिया था। इसका निस्तारण करते हुए तत्कालीन कोतवाल ने अपनी आख्या दी कि प्रधान द्वारा रास्ता बनवाया गया है। उस रास्ते में बांस गाड़ दिया है। जिसे हटवाया गया। आने जाने वाले लोगों को अब परेशानी नहीं है। मौके पर समझा बुझा दिया गया है। दोनों पक्ष शांत हैं। मौजूदा समय में किसी पुलिस कार्यवाही की आवश्यकता नहीं है। इसके बावजूद मौके पर हालत तब जैसे थे आज भी वही हैं। इसके बाद भी कैलाश ने कई आवेदन दिए। हर आवेदन पर अधिकारियों ने आदेश दिया कि लेखपाल और कोतवाल पूर्वाधिकारी के आदेश का अनुपालन कराएं। सार्वजनिक रास्ते से अतिक्रमण हटवाएं एवं आख्या दें। सार्वजनिक रास्ता कायम कराएं। नतीजा हर आदेश का निकला सिफर।
अब फिर अगले दिवस का इंतजार
तहसील दिवस में बुधवार कैलाश ने इसी मामले पर अपना आवेदन प्रभारी ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नेहा प्रकाश को दिया। उन्होंने आवेदन क्षेत्राधिकारी वेद प्रकाश की ओर बढ़ा दिया। क्षेत्राधिकारी ने पढ़ा और उसे वहां मौजूद कोतवाल केके मिश्रा की ओर बढ़ा दिया। कोतवाल ने कैलाश से कहा कि इस मामले में धारा 133 की कार्रवाई की जा रही है। ब्लाक प्रमुख चुनाव के बाद देखा जाएगा। कैलाश को तहसील दिवस में आवेदन देने की रसीद भी नहीं मिली। अब वह किसी अगले थाना दिवस, जनता दर्शन, तहसील दिवस के इंतजार रहेगा।
छेड़खानी का आरोप
जमानियां : मतसा गांव में तैनात सफाईकर्मी बबिता कुशवाहा ने बुधवार को तहसील दिवस पर पत्रक सौंपकर ग्रामप्रधान प्रतिनिधि पर छेड़खानी का आरोप लगाया। पीड़िता ने बताया कि वह अपने पति के साथ ग्रामप्रधान के घर गई। पति घर के बाहर खड़े थे। घर में जाने पर प्रधान प्रतिनिधि मुझसे छेड़खानी करने लगे। शोर करने पर मेरे पति आ गए। विरोध करने पर मेरे पति रामाश्रय को भी मारापीटा गया।