एएनएम संघ ने चिकित्सालय में की तालाबंदी
मुहम्मदाबाद (गाजीपुर): सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शनिवार को क्षेत्र के रघुवरगंज की आशा कार्यकर्ता
मुहम्मदाबाद (गाजीपुर): सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शनिवार को क्षेत्र के रघुवरगंज की आशा कार्यकर्ता को हटाने की मांग को लेकर एएनएम अनिता राय के नेतृत्व में एएनएम व बीएचडब्ल्यू संगठन की ओर से परिसर में धरना शुरू हो गया। धरना के चलते सीएचसी से जुड़े किसी भी केंद्र पर टीकाकरण नहीं हो सका। इस दौरान एएनएम ने चिकित्सकों को काम न करने देने की बातें कहते हुए उनके कक्षों में भी तालाबंदी कर दी।
महिला स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा कि रघुवरगंज में कार्यरत आशा मंजू यादव वहां नियुक्त एएनएम का हमेशा उत्पीड़न करती है। वर्तमान एएनएम अनिता राय के साथ बुधवार को मंजू ने दुर्व्यवहार करते हुए उनसे जबरन वैक्सिन कैरियर छीन कर स्वयं टीकाकरण करने लगी। मना करने पर वह हटवाने की धमकी देती है। वह अवैध ढंग से प्रसव कराने व टीकाकरण का भी कार्य करती है। उसे हटाने तक धरना जारी रहेगा। मौके पर पहुंचे प्रभारी अधीक्षक डा. आरके सिन्हा ने कहा कि वे उनकी मांगों को अधिकारियों तक पहुंचा दिए हैं। कार्रवाई करना उनके हाथ में नहीं है।
इधर, धरना और तालाबंदी से रोगियों का इलाज बंद हो गया। इससे आक्रोशित रोगी और उनके परिजन आक्रोशित होकर सीएचसी के मुख्य गेट के सामने एनएच 31 पर जमा होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। इसके चलते सड़क पर कुछ देर के लिए जाम की स्थिति पैदा हो गई। लोग जबरन ताला बंद करने में शामिल दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने व रोगियों का इलाज शुरू करने की मांग करने लगे। मामला बिगड़ते देख अधीक्षक डा.आरके सिन्हा ने बातचीत कर चिकित्सकों को उनके कक्षों में बैठाकर दोपहर 12 बजे से ओपीडी सेवा शुरू कराया। धरना में चंद्रकला पांडेय, बदामी देवी, नयन कुमारी उपाध्याय, चंदा देवी, परमा राय, पुष्पा ¨सह, सुशीला देवी, आशा राय, हेमवंता देवी, विमला राय, इंद्रकांति ¨सह, उर्मिला राय, रीता रानी आदि शामिल रहीं।
जोर आजमाइश का केंद्र बन गया सीएचसी
मुहम्मदाबाद : नगर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्वास्थ्य कर्मियों के आपसी जोर आजमाइश का केंद्र बन गया है। इस केंद्र पर सभी तरह की समस्या होते हुए भी आम जन की परेशानियों को देखते हुए कभी भी जनता की ओर से तालाबंदी नहीं किया जाता। स्वास्थ्य कर्मी आपसी लड़ाई को लेकर जब मनचाहा तालाबंदी कर आमजन के जीवन से खिलवाड़़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं। शनिवार को सुबह आशा कार्यकर्ता मंजू राय को निकाले जाने की मांग को लेकर महिला स्वास्थ्य कर्मियों ने धरना शुरू किया इसी बीच चिकित्सकों का कक्ष भी बंद कर दिए जाने से दूर दराज से इलाज के लिए पहुंचे रोगी भी इधर उधर भटकने लगे। अभी एक माह पूर्व आशा कार्यकर्ता और केंद्र पर तैनात लिपिक के बीच हुए विवाद को लेकर स्वास्थ्य कर्मी चिकित्सकीय कार्य से विरत रहे। दोनों पक्षों में समझौता के बाद कार्य शुरू हुआ। स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंची कादीपुर की अनिता देवी व पुत्री पूनम गुप्ता, उसरी की अंजू देवी व गुंजा देवी, अवथही की बदामी देवी व पुत्र लालू, टोडरपुर की लक्ष्मीना व पुत्र संदीप कुशवाहा तथा फजलगंज उर्फ पठनपुरा गांव के शिवचंद ने बताया कि वे समय और पैसा बर्बाद कर इलाज कराने आए हैं लेकिन डाक्टर अपने कमरे में नहीं बैठे हैं। अब उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर वे कहां जाए। बताया कि इस चिकित्सालय पर आए दिन इस तरह का कार्य देखने को मिल रहा है। इन्हें किसी के जान की परवाह नहीं है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने पर फंसाने की कोशिश
मुहम्मदाबाद : रघुवरगंज केंद्र पर तैनात आशा मंजू यादव ने बताया कि विभाग के भ्रष्टाचार के खिलाफ वह हमेशा आवाज उठाती रहती है। इसी से खार खाए स्वास्थ्य विभाग के कर्मी व अधिकारी साजिश कर उन्हें फर्जी मामला में फंसाना चाहते हैं। कहा कि अगर केंद्र पर बुधवार को हुए टीकाकरण की जांच करा दिया जाए तो सत्यता का पता चल जाएगा।