प्रथम की परीक्षा में द्वितीय वर्ष का पेपर
गाजीपुर : वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय जौनपुर यूं ही नहीं बदनाम है। उसकी कारस्तानी से ब
गाजीपुर : वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय जौनपुर यूं ही नहीं बदनाम है। उसकी कारस्तानी से बुधवार को बीए प्रथम वर्ष के परीक्षार्थी उस समय भौचक्के रह गए जब उन्हें बीए द्वितीय वर्ष का प्रश्न पत्र थमा दिया गया। बाद में पता चला कि गलती से प्रथम की जगह द्वितीय वर्ष प्रिंट हो गया है। वहीं दूसरी ओर पीजी कालेज में एमए द्वितीय वर्ष समाजशास्त्र एवं इतिहास के साथ बीएससी द्वितीय वर्ष जंतु विज्ञान का प्रश्न पत्र कम मिला। ऐसे में प्रश्न पत्र की छाया प्रति कराकर 45 मिनट देर से परीक्षा शुरू कराई गई।
बुधवार को प्रथम पाली में बीए प्रथम वर्ष इतिहास की परीक्षा थी। परीक्षा कक्ष में जब प्रश्न पत्र खोला गया तो बीए द्वितीय वर्ष का प्रश्न पत्र निकला। इससे कालेज प्रबंधन एवं परीक्षार्थी असमंजस में पड़ गए। यही हाल सभी कालेजों का था। आनन-फानन में विवि से संपर्क किया गया तो बताया गया कि गलती से प्रथम की जगह द्वितीय वर्ष प्रिंट हो गया है लेकिन उसके सभी प्रश्न प्रथम वर्ष के ही हैं। परीक्षा कराने में कोई समस्या नहीं है। इसके बाद जाकर परीक्षा शुरू हो सकी। वहीं दूसरी गड़बड़ी पीजी कालेज में देखने को मिली। यहां द्वितीय पाली में एमए इतिहास व समाजशास्त्र के साथ बीएससी जंतु विज्ञान की परीक्षा में प्रश्न पत्र कम मिले। परीक्षा प्रभारी डा. बद्रीनाथ सिंह ने बताया कि प्रश्न पत्रों की छाया प्रति करा कर 45 मिनट देर से परीक्षा शुरू कराई। वहीं राजकीय महिला पीजी कालेज के प्राचार्य डा. केके तिवारी ने बताया कि उनके यहां भी बीए प्रथम की जगह द्वितीय वर्ष का प्रश्न पत्र आया था। हालांकि प्रश्न प्रथम वर्ष के ही थे।