देवी मंदिरों में लगा रहा श्रद्धालुओं का रेला
गाजीपुर : नवरात्र के चौथे दिन मंगलवार को देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का रेला लगा रहा। नवरात्र का
गाजीपुर : नवरात्र के चौथे दिन मंगलवार को देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं का रेला लगा रहा। नवरात्र का हर दिन विभिन्न देवियों की पूजा के लिए खास निर्धारित किया गया है। बुधवार को पांचवें दिन विशालाक्षी गौरी के दर्शन पूजन का मान्यता है। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में सभी देवी मंदिरों में कतार में लग कर लोगों ने मां के दर्शन किए। बाजार में पूजा सामग्री की खरीदारी जोरों पर रही।
नगर के सकलेनाबाद स्थित दुर्गा मंदिर, मिश्र बाजार स्थित मां काली मंदिर, नवाबगंज स्थित शीतला माता मंदिर सहित सभी देवी मंदिरों पर श्रद्धालुओं ने मत्था टेका। जमानियां : नगर के कर्पूरा देवी मंदिर, दुर्गा माता मंदिर, स्टेशन बाजार स्थित दुर्गा मंदिर सहित ग्रामीण क्षेत्र के देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। देवकली : गंगा के तटवर्ती क्षेत्र चकेरीधाम स्थित मां दुर्गा मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए श्रद्धालुओं की कतार दिखी। मान्यता है कि नवरात्र में मां दुर्गा के दरबार में मत्था टेकने से मन्नतें पूरी होती हैं। इसके अलावा सौरी स्थित दुर्गा मंदिर में नारियल व चुनरी चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। मलसा : भगीरथपुर में नवदुर्गा मंदिर, ढढ़नी में चंडी माता, ताड़ीघाट में दुर्गा मंदिर, देवरिया में सिद्धेश्वर शक्तिपीठ, लहुवार में माता मंदिर, रामपुर मलसा में आदि शक्ति नव दुर्गा मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में श्रद्धालुओं ने पूजन-अर्चन किया।
मां दुर्गा के तीसरे रूप का नाम चंद्रघंटा
मनिहारी : हरिहरपुर स्थित कालीमंदिर पर सिद्धपीठ हथियाराम मठ के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर भवानीनंदन यति महाराज ने बताया कि मां दुर्गा के तीसरे रूप का नाम चंद्रघंटा है। इनकी पूजन से इनका यह स्वरूप परम शक्तिदायी व कल्याणकारी है। इनके मस्तक में घंटे के आकार का अर्द्धचंद्र होने के कारण इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है। मां चंद्रघंटा के साधक व उपासक जहां भी जाते हैं लोग उन्हें देखकर शांति और सुख का अनुभव करते हैं। वीरेंद्र यादव, गजराज सिंह, रमेश यादव, गुलाब खरवार, बलवंत सिंह, योगेश पांडे, सीपी सिंह आदि उपस्थित थे।
मां भगवती का मंदिर
आस्था का प्रतीक
रेवतीपुर : जिला मुख्यालय से पंद्रह मिलोमीटर दूर रेवतीपुर के मध्य में बसा पंच तलीय मां भगवती देवी का मंदिर लोगों के लिए आस्था का प्रतीक बना हुआ है। सुबह-शाम यहां सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ हो रही है। परिसर में दोनों ओर भगवान शिव एवं हनुमान का मंदिर है। समीप ही राम-जानकी का मंदिर भी है। मंदिर के प्रत्येक तल पर देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं। मंदिर में अखंड दीपक जलता रहता है। पूरे वर्ष इस मंदिर में सुबह शाम आरती होती है। मान्यता है कि अंग्रेजी हुकूमत में क्षेत्र में प्लेग महामारी फैली। लोग काल के मुंह में समाने लगे। इस दौरान एक दिन देवी मां ने वृद्ध माता का रूप धारण कर लोगों को इस महामारी से निजात दिलाई। नवरात्र के दिनों में यहां श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ जाती है।
भक्ति गीतों पर झूमे श्रोता
सादात : नवरात्र के तीसरे दिन सोमवार की रात नगर के वार्ड तीन पुराना बाजार मोहल्ले में भक्ति जागरण हुआ। गायक सूबेदार, राजेश व अनिल ने एक से बढ़कर एक भक्ति गीत गाए। पप्पू बरनवाल, संतोष बरनवाल, अजयप्रताप, रामानंद जायसवाल, प्रतीक बरनवाल आदि मौजूद थे।