भू अधिग्रहण अध्यादेश की वापसी के लिए भरी हुंकार
गाजीपुर : अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को भूमि अधिग्रहण अधिनियम अध्यादेश की
गाजीपुर : अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को भूमि अधिग्रहण अधिनियम अध्यादेश की वापसी के लिए हुंकार भरी। जिला मुख्यालय स्थित सरजू पांडेय पार्क में धरना देकर आक्रोश जताया। अध्यादेश वापस होने तक लड़ाई जारी रखने का एलान किया।
राष्ट्रीय सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा नौ महीने की प्रचंड जनादेश की मोदी सरकार अध्यादेश सरकार में तब्दील हो गई है। भू अधिग्रहण अध्यादेश के जरिए किसानों की जमीन लूटकर देशी विदेशी पूंजी घरानों को मालामाल करने की तैयारी है। अंग्रेजों के वर्ष 1894 के भू-अधिग्रहण कानून के खिलाफ संघर्ष व शहादत से बने 2013 के कानून को बदलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साबित कर दिया है कि वह किसान हितों के साथ गद्दारी कर रहे हैं। इस अध्यादेश के खिलाफ 24 फरवरी से चार मार्च तक प्रस्ताव पारित किया जाएगा। पांच मार्च को भूअधिग्रहण अध्यादेश की होलिका जलाई जाएगी। उन्होंने कहा उदारीकरण व निजीकरण के इस दौर में खेती कर्ज में डूब रही है। किसान आत्महत्या कर रहे हैं। मेक इन इंडिया के नाम पर विदेशी पूंजी से विकास व रोजगार का झूठा सब्जबाग दिखाया जा रहा है। देश के 70 फीसदी किसानों की हालत सुधारे बिना विकास नहीं हो सकता है। इस दौरान सिधौना बाजार में एनएच-29 पर ओवरब्रिज बनाने, पोस्ता की खेती के लिए किसानों को लाइसेंस, गंग बरार की जमीन का सर्वे करने, चीनी व कताई मिल चालू करने, किसानों को पांच हजार रुपये प्रति महीने पेंशन देने संबंधी प्रस्ताव पारित किया गया। धरना में अनुभवदास शास्त्री, कमलाकर राम, मोती प्रधान, सगीर अहमद, नंदकिशोर सिंह, आजाद यादव आदि शामिल थे। अध्यक्षता गुलाब सिंह व संचालन प्रमोद कुशवाहा ने किया।