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रिजल्ट में देरी हाथ से निकली छात्रवृत्ति

गाजीपुर : वीर बहादुरपुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय जौनपुर की लापरवाही का खामियाजा जिले के सैकड़ों छ

By Edited By: Published: Sun, 21 Dec 2014 01:00 AM (IST)Updated: Sun, 21 Dec 2014 01:00 AM (IST)
रिजल्ट में देरी हाथ से निकली छात्रवृत्ति

गाजीपुर : वीर बहादुरपुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय जौनपुर की लापरवाही का खामियाजा जिले के सैकड़ों छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है। कारण कि रिजल्ट में देरी से वह छात्रवृत्ति एवं फीस प्रतिपूर्ति के लिए आनलाइन आवेदन नहीं कर पाए। आवेदन की समय सीमा बीत जाने के बाद ऐसे छात्र-छात्राएं हाथ मल के रह गए।

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जिले में 140 से अधिक महाविद्यालय हैं। इसमें से पीजी कालेज, एसएस पीजी कालेज एवं राजकीय महिला पीजी कालेज प्रमुख हैं। पीजी कालेज में सबसे ज्यादा आठ हजार से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। दशमोत्तर छात्रवृत्ति आनलाइन आवेदन के लिए पहले 31 अक्टूबर तक समय निर्धारित था। समय समाप्त होने के बाद काफी छात्र-छात्राएं आवेदन करने से वंचित रह गए। छात्रों की मांग को देखते हुए शासन ने 19 नवंबर को फिर से तीस नवंबर तक के लिए वेबसाइट खोल दी। इस दौरान काफी संख्या में छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया। इसके बाद भी डिग्री कालेजों के हजारों छात्र-छात्राएं आवेदन से सिर्फ इस लिए वंचित हो गए कि उनका किसी न किसी कारण से विश्वविद्यालय ने रिजल्ट ही नहीं घोषित किया। इसके अलावा ऐसे कई छात्र हैं जिनका रिजल्ट तो आया लेकिन अंकपत्र नहीं मिल पाया। ऐसे में वो समय समाप्त होने तक छात्रवृत्ति के लिए आवेदन नहीं कर पाए। इससे वह मायूस हो गए हैं। बहुत से छात्र-छात्राएं गरीब परिवार से हैं और उन्हें पढ़ाई का खर्च निकालने में छात्रवृत्ति से काफी मदद मिलती है। इस वर्ष छात्रवृत्ति से वंचित होने के बाद अब उनके सामने आगे की पढ़ाई जारी रखना मुश्किल हो गई है।

मुश्किल में छात्राएं

सबसे खस्ता हाल राजकीय महिला पीजी कालेज का है। अन्य कालेजों में तो छात्र लड़-झगड़कर किसी तरह अपना रिजल्ट मंगवा भी लेते हैं लेकिन छात्राएं ऐसा नहीं कर पाती। वो दूर-दूर से रिजल्ट की आस में कालेज आती हैं और काउंटर पर जाते ही संबंधित लिपिक दो टूक सुना देते हैं कि अभी विश्वविद्यालय से उनका रिजल्ट या अंक पत्र नहीं आया है। इस सिलसिला पिछले जुलाई से ही चल रहा है। बार-बार एक ही जवाब सुनकर छात्राओं का दिल बैठ जाता है। वहीं ऐसी बहुत सी छात्राएं हैं जो रिजल्ट न आने के कारण अगली कक्षा में प्रवेश भी नहीं ले पाई हैं। उनका पूरा साल बर्बाद हो गया।

बोले प्राचार्य

एसएस पीजी कालेज के प्राचार्य डा. शशिकांत राय ने बताया कि हमारे कालेज के बहुत कम छात्र-छात्राओं का रिजल्ट रूका है। हालांकि बहुत से छात्र-छात्राओं का रिजल्ट तीस नवंबर के बाद आया। ऐसे विद्यार्थी छात्रवृत्ति का आवेदन नहीं कर पाए होंगे।


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