पुल के लिए आंदोलन का बना रहे मन
करंडा (गाजीपुर) : स्थानीय ब्लाक के मानिकपुर कोटे गांव स्थित गांगी नदी पर पुल बनाने की मांग को लेकर ग
करंडा (गाजीपुर) : स्थानीय ब्लाक के मानिकपुर कोटे गांव स्थित गांगी नदी पर पुल बनाने की मांग को लेकर ग्रामीणों की लामबंदी तेज हो गई है। लगातार मांग के बावजूद भी जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की चुप्पी समझ में नहीं आ रही है। इसके विरोध में ग्रामीण धरना-प्रदर्शन की तैयारी में हैं।
क्षेत्र के मानिकपुर कोटे, रामपुर, कैथवलिया, मैनपुर, ब्राह्माणपुरा, सरयां, लखनचंदपुर, तिवारीपुर, वनगांवा, सिसौड़ा, रेवसां, मदनही, सहेड़ी, कुसुम्ही, डेलवां, लालनपुर सहित दर्जनों गांव के लोगों का नदी पार आना-जाना लगा रहता है। गांगी नदी पर अधूरा छलका के सहारे ही लोग आवागमन करते हैं। पानी ज्यादा होने पर नाव का सहारा लेते हैं। ब्लाक मुख्यालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व पशु अस्पताल जाने के लिए यही रास्ता है।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि जनप्रतिनिधि ध्यान दें तो पुल अवश्य बन जाएगा। अगर वे इस ओर ध्यान नहीं दिए तो आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
अब नहीं करते सब्जी की खेती
10सी: महेंद्र यादव
पुल न होने की वजह से सब्जी की खेती बंद कर दी गई। दस किमी दूरी तय करनी पड़ती थी। पुल बनने से फिर से सब्जी की खेती शुरू हो जाएगी। - महेंद्र यादव, रेवसां।
होता है अतिरिक्त खर्च
11सी: अवधेश पाल
नदी के उस पार पांच बीघा खेती करने योग्य भूमि है। पुल नहीं होने से खेती करने में काफी परेशानी होती है। ट्रैक्टर के सहारे भूसा व अनाज लाना पड़ता है। अतिरिक्त खर्च होता है। - अवधेश पाल, मदनही।
अखरता है पुल का न होना
12सी: राजेश्वर सिंह
रात में जरूरी काम पड़ने पर पुल न होना अखरता है। महज 600 मीटर की दूरी दस किलोमीटर तय करना पड़ता है। समय से इलाज नहीं होने के चलते मरीजों की तबीयत और बिगड़ जाती है। - राजेश्वर सिंह, ग्राम प्रधान, अलीपुर बनगांवा।
व्यवसाय पर असर
13सी: अर्जुन विश्वकर्मा
पुल न होने से व्यवसाय पर भी असर पड़ रहा है। पेशे से बढ़ई हूं। लकड़ी की खरीदारी के लिए नंदगंज जाना पड़ता है। इसके चलते अधिक खर्च आता है। पुल बनने से काफी सहूलियत होगी। - अर्जुन विश्वकर्मा, मानिकपुर कलां।