अफीम फैक्ट्री व डिस्टीलरी के अवजल की होगी जांच
गाजीपुर : गंगा में गिर रहे प्रदूषण को रोकने के लिए उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने क
गाजीपुर : गंगा में गिर रहे प्रदूषण को रोकने के लिए उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए डीएम नरेंद्र सिंह पटेल ने गंभीर रुख अख्तियार किया है। बेरोक-टोक बहता रहा नंदगंज डिस्टीलरी और अफीम फैक्टरी का पानी भी अब जांच की जद में होगा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वाराणसी इकाई इसका परीक्षण करेगी। डीएम ने मंगलवार को कैंप कार्यालय में समीक्षा बैठक में उप जिलाधिकारी और नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी को गंगा का प्रदूषण रोकने की कार्ययोजना बनाने का निर्देश दिया।
उन्होंने सभी उपजिलाधिकारियों, नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी समेत नगर पंचायत, शिक्षा, श्रम तथा अन्य विभाग के अधिकारियों को प्रदूषण रोकने की दिशा में कदम उठाने को कहा। ताकीद किया कि न्यायालय के आदेश के पालन में जन जागरुकता एवं आम जनता के स्वैच्छिक अनुपालन को बढ़ावा देने की विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाए। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी ने बताया कि गंगा में प्रदूषण नियंत्रण के लिए 155 करोड़ की कार्ययोजना बनाई गई है। डीएम ने कहा कि समस्त उपजिलाधिकारी मूर्ति विसर्जन के स्थान का निरीक्षण कर लें। लोगों को नदियों का महत्व, उनका अस्तित्व बनाए रखने, तालाबों एवं जीवों को बचाने के संबंध में जागरुकता लाई जाए। कर्मचारी सफाई के दौरान ग्रामीणों के बीच नदी व तालाब को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रचार-प्रसार करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रामअवतार, अपर जिलाधिकारी मुरलीधर मिश्र सहित सभी उपजिलाधिकारी, नगरीय निकायों के अधिशासी अधिकारी आदि उपस्थित थे।