बापू माफ करो! यहां झूठे निकले अफसर
गाजीपुर : बापू माफ करो! यहां आपके जन्म दिन पर फरेब की नींव रख दी गई। आपके नाम पर सफाई की कसम खाने वा
गाजीपुर : बापू माफ करो! यहां आपके जन्म दिन पर फरेब की नींव रख दी गई। आपके नाम पर सफाई की कसम खाने वाले अफसर और कर्मचारी सब के सब झूठ बोलने वाले निकले। सप्ताह में दो घंटे की सफाई की कसम ली थी लेकिन यह छलावा निकली। उनके कार्यालय गंदे पड़े है। साल में सौ लोगों को सफाई के लिए प्रेरित करने की कसम भी झूठी निकली, इसीलिए तो अभी किसी को न जोड़ सके। हां वैसे एक बात जरूर है कि सोशल मीडिया पर डाली गई उनकी सफाई करती तस्वीरों को खूब वाहवाही मिल रही है।
महात्मा गांधी के जन्म दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफाई की अलख जगाई थी। दिल्ली में पीएम ने सफाई की तो जिले में भी इसका असर देखा गया। उस दिन श्मशान घाट स्थित मलिन बस्ती में निर्वतमान जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक सहित जिले के सभी अधिकारियों ने सफाई की। दो दिन तक विभिन्न संगठनों व संस्थाओं ने भी नगर साफ-सफाई की। समय बीतता गया। नगर में फिर सड़कों व मोहल्ले में कूड़ा फेंकना शुरू हो गया।
स्थिति यह हो गई है कि नगर का कोई भी हिस्सा कूड़े से अछूता नहीं है। जहां देखों कूड़ा का ढेर लगा है। लंका, सकलेनाबाद, रोडवेज, सिटी रेलवे स्टेशन, विशेश्वरगंज, टाउन हाल, चीतनाथ, आमघाट पार्क, शास्त्रीनगर, गोराबाजार , विशेश्वरगंज प्राथमिक विद्यालय आदि जगहों पर अब भी कूड़ा का अंबार है। नगर पालिका कर्मी जैसे इन जगहों से कूड़े हटा रहे है, कुछ ही देर बाद वहां घरों के कूड़े फेक दिए जा रहे है।
लाख कोशिश के बाद भी लोगों में सफाई के प्रति जागरुकता नहीं दिख रही है। नगर के होटल बने गंदगी का कारण
नगर के कोई ऐसे होटल नहीं है जहां कूड़े का ढेर न लगा हो। दिन भर की कचरे शाम ढलते ही सड़कों पर फेक दिए जाते है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति रोडवेज के पास है। यहां करीब दो हफ्ते से कूड़े का अंबार लगा है। बस पकड़ने जाने वाले यात्री मुंह बंद कर रास्ते से गुजर रहे है।
लोग बोले ..
23सी : गाजीपुर : कमलेश।
शुरू में तो सफाई अभियान में तेजी दिखी लेकिन कुछ ही दिनों बाद अभियान की रफ्तार सुस्त पड़ गई। लोगों को सफाई अभियान के लिए जागरूक होना पड़ेगा।- कमलेश।
जोश पड़ा ठंडा
24सी : गाजीपुर : बृजेश गुप्ता।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सफाई अभियान की शुरुआत की थी। अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भी जमकर हिस्सेदारी की थी लेकिन दो दिनों में सभी का जोश ठंडा पड़ गया।-बृजेश गुप्ता।
25सी : गाजीपुर : राकेश।
अभियान की नहीं जरूरत
किसी अभियान की जरूरत नहीं है। हर नागरिक अपने घर और आसपास की सफाई करें तो पूरा शहर स्वच्छ रहेगा।- राकेश।
26सी : गाजीपुर : महफूज खां।
हों जागरूक
अभिभावक अगर स्वयं सफाई के प्रति जागरूक हो तो उसे घर के सदस्यों को सफाई के लिए लोगों से कहना नहीं होगा।- महफूज खां।
27सी : गाजीपुर : अभिलाष।
स्वस्थ भारत की डालें नींव
स्वच्छ भारत से ही स्वस्थ भारत की नींव डाली जा सकती है। अच्छा स्वास्थ्य होगा तभी लोग विकास कार्यो में हिस्सा लेंगे।- अभिलाष।
28सी : गाजीपुर : बबलू कुमार वर्मा।
बदलनी होगी आदतें
अभियान से कुछ नहीं बदलने वाला जब तक लोग स्वयं अपनी आदतों को नहीं सुधारेंगे।- बबलू कुमार वर्मा।
चिकित्सक बोले ..
गंदगी ही बीमारी की मुख्य जड़
29सी : डा. आरआर मिश्र
गंदगी ही बीमारी की मुख्य जड़ है। घर-आंगन साफ होगा तभी स्वच्छ वातावरण भी मिलेगा जिसमें खुल कर सांस ले सकेंगे। साथ ही खानपान के समय सफाई पर खासा ध्यान देना चाहिए। बिना हाथ को अच्छी तरह धुले हुए खाद्य सामग्री ग्रहण नहीं करें। -डा. आरआर मिश्र, नवकापूरा, लंका।
दुकान की गंदगी सड़क पर नहीं
फोटो- 30सी-संजय गर्ग, व्यवसायी
पूरे दिन दुकान पर व्यवसाय के दौरान हुए खाली पैकेट, कार्टन आदि को सड़क पर नहीं फेंकना चाहिए। कोशिश यह होनी चाहिए कि रात में काम बंद करने के बाद कूड़ा को दुकान के बाहर गिरा दें ताकि दूसरे दिन सुबह नगरपालिका के सफाईकर्मी उसे साफ कर सकें। - संजय गर्ग, व्यवसायी।