डिबार सूची पर संदेह के घेरे में यूपी बोर्ड
गाजीपुर : (गाजीपुर) : बोर्ड परीक्षा 2015 के लिए जारी की गई डिबार विद्यालय की सूची पर माध्यमिक शिक्षा
गाजीपुर : (गाजीपुर) : बोर्ड परीक्षा 2015 के लिए जारी की गई डिबार विद्यालय की सूची पर माध्यमिक शिक्षा परिषद की भूमिका संदेह के घेरे में है। पिछली बोर्ड परीक्षा में सामूहिक नकल के आरोप में पकड़े गए आठ विद्यालयों में से किसी का नाम इसमें शामिल नहीं है। यह जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है।
आगामी बोर्ड परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्र बनाने की प्रक्रिया जोरों पर है। 25 अक्टूबर तक परीक्षा केंद्रों की सूची जारी करने का निर्देश है। पिछले बोर्ड परीक्षा 2013-14 में तत्कालीन डीआइओएस रामकरन यादव एवं सदर एसडीएम विशाख ने आठ परीक्षा केंद्रों को सामूहिक नकल के आरोप में पकड़ा था। डीआइओएस ने इन सभी केंद्रों की परीक्षा रद करने के लिए बोर्ड को संस्तुति की थी। बोर्ड द्वारा इसमें से सात केंद्रों की परीक्षार्थियों की पुनरपरीक्षा कराई गई।
उम्मीद थी कि कम से कम इन आठ विद्यालयों को तो डिबार घोषित किया ही जाएगा लेकिन जब सूची आई तो जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय हैरान रह गया। सामूहिक नकल वाले सभी विद्यालय सूची में शामिल नहीं थे। ऐसे में बोर्ड की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। बोर्ड की कार्यप्रणाली पर तो उस समय भी सवाल उठे थे जब बोर्ड परीक्षा शुरू होने के तीन दिन पहले सात नए परीक्षा केंद्र बना दिए गए।
प्रबुद्ध लोगों ने कहा कि शिक्षा माफियाओं और माध्यमिक शिक्षा परिषद का यह गठजोड़ शिक्षा के लिए घातक सिद्ध होगा। इस पर शासन को हस्तक्षेप करने की आवश्यकता है। इस संबंध में जिला विद्यालय निरीक्षक हृदय राम आजाद ने कहा कि वे अभी इस कुछ नहीं कह सकते।