आदर्श गांव की राह पर वीरपुर
भांवरकोल (गाजीपुर) : विकास के मामले में वीरपुर गांव औरों के लिए आदर्श बना है। दस हजार की आबादी वाले
भांवरकोल (गाजीपुर) : विकास के मामले में वीरपुर गांव औरों के लिए आदर्श बना है। दस हजार की आबादी वाले इस गांव में मूलभूत सुविधाओं सड़क, बिजली, पेयजल की व्यवस्था सुदृढ़ है। गांव की गलियां सीसी हो चुकी हैं। साथ ही तीन प्राथमिक व एक-एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय व इंटरमीडिएट कालेज है। इसके अलावा कई निजी विद्यालय भी संचालित किए जा रहे हैं। ग्राम प्रधान पवन कुमार सिंह के कार्यकाल में गांव का काफी विकास हुआ है।
शहरों की तर्ज पर गांव में दो वृद्धा आश्रम, सामुदायिक केंद्र, मिलन केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा दो मैरिज हाल का निर्माण कराया गया है। गांव से गंगा घाट तक जाने के लिए कोई रास्ता नहीं था। लोग पगडंडी या खेतों की मेड़ से होकर जाते थे। ग्राम प्रधान ने खुद की व पट्टीदारों की जमीन दिलाकर गंगा के किनारे काफी चौड़ी कच्ची सड़क का निर्माण कराया है। इसको सीसी करने का प्रस्ताव क्षेत्रीय विधायक के यहां प्रस्तावित है।
अति प्राचीन सिद्ध स्थल द्वारिकाधीश मंदिर के सामने गंगा किनारे पक्के घाट का भी निर्माण कराया गया है। धार्मिक दृष्टि से पवित्र और ऐतिहासिक महत्व का यह गांव दो दशक से पशु तस्करी का केंद्र बना हुआ था। गांव की मर्यादा के विपरीत मानते हुए ग्रामवासियों के सहयोग से गंगा जल के संकल्प के साथ ग्राम प्रधान ने इस कार्य पर पूरी तरह से रोक लगा दिया। हालात यह है कि चोरी-छिपे पशु ले जाने वाले तस्करों को भी ग्रामीण पकड़ लेते हैं।
हालांकि कुछ दिनों ओवरहेड टैंक जर्जर होने के कारण जलापूर्ति नहीं हो पाती। सीधे पंप चलाकर घरों में पानी पहुंचाने का प्रयास किया जाता है। इसके लिए भी नया ओवर हेड टैंक बनवाने की स्वीकृति मिल चुकी है। गांव की सबसे बड़ी समस्या हर घर में शौचालय न होने की है। गांव के तीन ओर धान की खेती व एक तरफ गंगा ऐसे में ग्रामीण सड़क के किनारे ही शौच कर गंदगी फैलाते हैं। ग्राम प्रधान पवन कुमार सिंह ने बताया कि गांव में सुलभ शौचालयों के निर्माण के लिए प्रयास जारी है।
जुआ के अड्डा को भी बंद कराने के प्रयास में जुटे हैं। इन कार्यो में उन्हें ग्रामीणों का भरपूर प्रयास मिल रहा है।