कानून व न्यायालय पर आमजन का अटूट विश्वास
गाजीपुर : राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं न्याय परिषद के सह प्रभारी मो. मोजिब खान ने कहा कि कानून तथा न्याय
गाजीपुर : राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं न्याय परिषद के सह प्रभारी मो. मोजिब खान ने कहा कि कानून तथा न्यायालय दो ऐसे शब्द हैं जिन पर आम जनता का अटूट विश्वास है। कोई जब भी अपने आपको उपेक्षित, पीड़ित तथा प्रताड़ित महसूस करता है तो उसकी अंतिम आशा केवल न्यायपालिका पर कायम रहती है। मो. खान रविवार को जिला कारागार में विधिक जागरुकता शिविर में बोल रहे थे।
इसका आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में आकृति दी सोसाइटी आफ कंजरवेशन एंड रेस्टोरेशन आफ कल्चरल हेरिटेज और राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं न्याय परिषद ने किया था। धर्मदेव राय ने बताया कि मानव के नाते हर व्यक्ति को जन्म से कुछ अधिकार प्राप्त होते हैं। उसे ही मानवाधिकार कहा जाता है। अध्यक्षता करते हुए मोहम्मदाबाद के न्यायिक मजिस्ट्रेट जगरनाथ ने प्ली बारगेनिंग के बारे में जानकारी दी।
कहा यह पीड़ित व्यक्ति तथा आरोपी के मध्य समझौता का एक तरीका है। इसमें आरोपी अपने अपराध को स्वीकार कर पीड़ित को हर्जाना देकर कम सजा पा सकता है। जेलर वीरेंद्र कुमार द्विवेदी ने आभार जताया। कार्यक्रम में सुभाष कुमार, विनोद वर्मा, तबस्सुम आरा आदि उपस्थित थीं।