शादी व बीमारी अनुदान योजना स्थगित
गाजीपुर : कल्याणकारी योजनाओं को प्रदेश सरकार एक-एक कर बंद करती जा रही है। अब शादी एवं बीमारी अनुदान
गाजीपुर : कल्याणकारी योजनाओं को प्रदेश सरकार एक-एक कर बंद करती जा रही है। अब शादी एवं बीमारी अनुदान योजना को भी स्थगित कर दिया गया है। इस संबंध में शासन का आदेश गुरुवार को पिछड़ा वर्ग विभाग को प्राप्त हो गया। ऐसे में पांच सौ पैतीस आवेदन निरस्त किए जाएंगे।
शादी एवं बीमारी अनुदान योजना काफी दिनों से संचालित हो रही थी। शादी अनुदान के तहत गरीब तबके के लोगों को अपनी बेटियों के विवाह के लिए दस हजार रुपये अनुदान दिया जाता था। शर्त यह थी कि वर एवं कन्या दोनों बालिग हों। इसके लिए उन्हें शादी का कार्ड, निवास एवं आय प्रमाणपत्र के साथ कुटुंब रजिस्टर की नकल आदि के कागजात साथ आवेदन करना होता था।
आवेदन के सत्यापन के बाद जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति पात्रों का चयन करती थी। शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार पात्रों का चयन कर उनके बैंक खाते में अनुदान भेजा जाता था। हर वर्ष इस योजना से एक हजार से अधिक लोग लाभान्वित हो रहे थे। वहीं बीमारी योजना के तहत पांच हजार रुपये प्रदान किए जाते थे। वर्तमान वित्तीय सत्र में अभी तक शादी एवं बीमारी दोनों योजना में 535 आवेदन विभाग को प्राप्त हुए हैं।
इनका सत्यापन भी हो चुका है। अब योजना स्थगित होने के बाद सभी आवेदन पत्रों को निरस्त कर दिया जाएगा। अब नए आवेदन पत्र भी स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
पिछले वर्ष के भी हैं साढ़े तीन सौ आवेदन
- पिछड़ा वर्ग विभाग में अभी पिछले वित्तीय वर्ष के ही लगभग साढ़े तीन सौ आवेदन पत्र लंबित पड़े थे। इस मद में 93 लाख रुपये होने के बाद भी लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण धन का वितरण नहीं वितरित हो सका। सभी आवेदन पत्रों का सत्यापन हो चुका था और केवल जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित कमेटी को बैठक कर पात्रों को चयन करना था। इस दौरान लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग गई और आचार संहिता के भीतर ही वित्तीय सत्र 2013-14 बीत गया। ऐसे में विभाग को नियमानुसार शादी अनुदान का 93 लाख रुपये शासन को लौटाना पड़ा। हालांकि उम्मीद थी कि वापस किया हुआ धन अगले वित्तीय वर्ष में प्राप्त हो सकता है। इससे पात्रों को इसका लाभ मिलने की उम्मीद थी जिस पर अब पानी फिर गया है।
इन योजनाओं के भी कतरे थे पर
- ऐसा नहीं है कि शासन ने यह पहली योजना बंद की है। इससे पहले भी कई योजनाएं बंद हो चुकी हैं। लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त खाने के बाद ही सपा सरकार ने एक-एक कर जन सुविधा वाले योजनाओं का पर कतरना शुरू कर दिया था। कन्या विद्याधन, लैपटाप, रानी लक्ष्मीबाई पेंशन, बेरोजगारी भत्ता एवं के बाद अब शादी अनुदान का नंबर भी लग गया। हाईस्कूल पास विद्यार्थियों को लैपटाप वितरित करने की योजना तो शुरू होने से पहले ही बंद हो गई। देखना यह कि अब आगे किस योजना के दिन लदने वाले हैं।
जिलाधिकारी से मांगा जाएगा निर्देश
- शादी एवं बीमारी अनुदान योजना को स्थगित करने के लिए शासन का आदेश प्राप्त हो गया है। अब कोई आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे। हालांकि अब तक प्राप्त आवेदन पत्रों को निरस्त करने के संबंध में जिलाधिकारी से निर्देश मांगा जाएगा। - इंद्रसेन सरोज, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी।